भरतमुनि ने पंचम वेद माना हैः
आचार्य विश्वनाथ ने किस रचना का प्रणयन किया?
आचार्य दण्डी ने कितने काव्य गुण माने है?
निम्न में कौन-कौन सी वृत्तियां है
कोमलकान्त पदावली किस रीति से संबंधित है
‘‘आगे के सुकवि रीझि हैं तो कविताई, न तु राधिकाकन्हाई सुमिरन को बहाने है।’’ इस पंक्ति के रचयिताकौन हैंः
‘‘वेद में बखानी तीन लोकन की ठकुरानी।’’ इसपंक्ति के लेखक हैंः
‘‘फागु को भीर अभिरन में गहि गोविंद ले गई भीतरगोरी।’’ ये किसकी पंक्ति है?
‘‘बतरस लालच लाल की मुरली धरी लुकाई, सौंहकरे भौहनु हँसे दैन कहि नटि जाई।’’ पंक्ति हैंः
‘‘क्यों इन आँखिन सो निहसंक है, मोहन को तनपानिप पीजै।’’ पंक्तियों के रचनाकार कौन है?