ये हैं देश के टॉप 5 फेलोशिप, जो बनाएंगे आपके करियर को बेहतर
प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना -
प्रधानमंत्री अनुसंधान सेल योजना के तहत हर साल प्रमुख संस्थानों के 1000 सर्वश्रेष्ठ छात्रों की पहचान करके उन्हें आईआईटी और भारतीय विज्ञान संस्थान में पीएचडी करने का अवसर प्रदान किया जाता है।
मासिक राशि -
प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना का लाभ पीएचडी एवं एमटेक के स्कॉलर्स को मिल सकता है। इसके तहत उन्हें हर महीने 75,000 रुपए की राशि प्रदान की जाएगी।
शताब्दी-पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च फेलोशिप योजना -
इस फेलोशिप का उद्देश्य आईसीएमआर संस्थानों और केंद्रों में बुनियादी विज्ञान, कम्युनिकेबल और नॉन- कम्युनिकेबल रोगों और पोषण सहित प्रजनन स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए पीएचडी, एमडी, एमएस डिग्री धारकों का समर्थन करना है।
मासिक राशि - उम्मीदवारों की आयु आवेदन की तिथि को 32 वर्ष से कम होनी चाहिए। फेलोशिप मिलने पर उम्मीदवार को 50,000 रुपए प्रतिमाह मिलते हैं।
नेशनल पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप -
यह फेलोशिप ऐसे रिसर्च स्टूडेंट्स को ऑफर की जाती है जिनके पास किसी मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटी से पीएचडी, एमडी, एमएस की डिग्री है और वे साइंस एवं इंजीनियरिंग की विभिन्न फ़ील्ड्स में अपने एरिया ऑफ़ स्पेशलाइजेशन में आगे रिसर्च वर्क जारी रखना चाहते हैं।
मासिक राशि -
एलिजिबल स्टूडेंट्स को इस स्कॉलरशिप के तहत सालाना 2 लाख रुपये का रिसर्च ग्रांट जीतने का अवसर मिलने के साथ-साथ 55 हजार रुपये का मासिक भत्ता और अन्य लाभ मिलते हैं।
यूजीसी -
नेट जूनियर रिसर्च फेलोशिप - यह उन छात्रों के लिए है जो 30 वर्ष की आयु से कम हैं और उन्होंने कम से कम 55 फीसदी मार्क्स के साथ अपनी मास्टर डिग्री हासिल की है।
मासिक राशि - इस फेलोशिप के तहत स्टूडेंट्स को 14 हजार रुपये मासिक राशि और प्रत्येक वर्ष 25 हजार रुपये का आकस्मिकता भत्ता मिलने के साथ ही अन्य बेनेफिट्स भी मिलते हैं।
इंस्टीट्यूट पोस्ट-
डॉक्टरल फेलोशिप- आईआईटी रोपड़ - आईआईटी रोपड़ द्वारा इंस्टीट्यूट पोस्ट- डॉक्टरल फेलोशिप उन उम्मीदवारों को मिलता है जिन्होंने आईआईटी रोपड़ के किसी प्रोफेसर के अंडर में पीएचडी थीसिस पूरी की हो।
मासिक राशि - इसके लिए छात्रों को पीएचडी की डिग्री पूरी होने के तीन साल बाद आवेदन करने की अनुमति है। फेलोशिप के तहत छात्रों को 55 हजार रुपए तक प्रतिमाह भुगतान किया जाता है।