ये हैं कंप्यूटर साइंस से बीटेक के बाद टॉप-10 करियर ऑप्शन

डिप्लोमा कोर्सेज –  ये कोर्सेज पॉलिटेक्निक डिप्लोमा से संबद्ध हैं और इन कोर्सेज की अवधि या ड्यूरेशन 3 वर्ष है।

अंडरग्रेजुएट कोर्सेज –  अंडरग्रेजुएट लेवल कोर्स पूरा करने पर आपको कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी अर्थात बीटेक की डिग्री मिलती है और इस कोर्स की अवधि 4 वर्ष है।

पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज -   ये मास्टर लेवल के कोर्सेज हैं जिन्हें सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ़ टेक्नोलॉजी अर्थात एमटेक की डिग्री मिलती है और इन कोर्सेज की अवधि 2 वर्ष है।

डेटा साइंटिस्ट:  डेटा साइंटिस्ट्स डेटा का विश्लेषण करके व्यापारिक और वैज्ञानिक समस्याओं का समाधान निकालते हैं, जिससे व्यवसायिक निर्णय लिया जा सकता है।

सॉफ्टवेयर डेवलपर्स -  ये प्रोफेशनल्स सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट प्रोसेस की विभिन्न एक्टिविटीज जैसेकि डिजाइनिंग, कोडिंग, प्रोग्रामिंग, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट आदि से संबद्ध काम करते हैं।

हार्डवेयर इंजीनियरर्स -  एक हार्डवेयर इंजीनियर के तौर पर आपको विभिन्न इंडस्ट्रीज में कंप्यूटर हार्डवेयर से संबद्ध रिसर्च, डेवेलपमेंट, टेस्टिंग, ओवरसीइंग और इंस्टालेशन के कार्य करने होंगे।

सिस्टम एनालिस्ट -  एक सिस्टम एनालिस्ट के तौर पर आपके काम में मौजूदा प्रोग्राम्स से संबद्ध रिसर्च और प्रॉब्लम का समाधान पेश करने के कार्य शामिल होंगे।

नेटवर्किंग इंजीनियर्स -  एक नेटवर्किंग इंजीनियर के तौर पर, आपको मुख्य रूप से कंप्यूटर नेटवर्क्स की डिजाइनिंग, इम्प्लीमेंटेशन और ट्रबलशूटिंग के कार्य करने होंगे।

डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर्स -  एक डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर या किसी डीबीए के तौर पर, आपका काम किसी संगठन के डाटाबेस को डिज़ाइन, इम्प्लीमेंट, मेनटेन और रिपेयर करना होगा।

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