मेंस परीक्षा में जीएस समेत लैंग्वेज और ऑप्शनल पेपर भी होता है। ऐसे में एक साथ सभी को समय देना संभव नहीं है। तैयारी में बैठने से पहले हर पेपर के लिए एक समय निर्धारित कर लें और उसी के अनुसार तैयारी करें।
सभी विषयों को दिए गए समय के अनुसार पढ़ाई करें और आंसर राइटिंग के लिए अधिक से अधिक प्रैक्टिस करें। कोशिश करें कि आंसर लिखने के बाद अपने किसी मेंटर या साथी से चेक जरूर करा लें।
अगर बेहतर तैयारी हो गई है तो अगला चरण खुद की जांच करना है। अगर आप खुद की जांच करते रहेंगे तो आप जान पाएंगे कि आपकी तैयारी का लेवल क्या है और आप कहां पर गलती कर रहे हैं। इसके लिए आवश्यक है कि आप रेगुलर मॉक टेस्ट देते रहें।
सिविल सर्विस की तैयारी केवल किताबों या मैगजीन की मदद से नहीं होती। इसके लिए अलग-अलग रिसोर्स की मदद ली जाती है। लेकिन अक्सर ये रिसोर्स हमारे पास हार्ड कॉपी के रूप में मौजूद नहीं रह पाता ऐसे में काम आता है नोट मेकिंग। नोट मेकिंग की मदद से आप किसी भी समय कहीं भी अपना रिवीजन कर सकते हैं।
सिलेबस को व्यापक रूप से कवर किया जाना चाहिए. यूपीएससी का सिलेबस बड़ा है और परीक्षा में किसी भी विषय से सवाल आ सकता हैं, इसीलिए पूरे सिलेबस को अच्छे से पढ़ना बेहद जरूरी है. परीक्षा में प्राचीन भारत से कई सवाल आते हैं I
प्रीलिम्स का सिलेबस काफी बड़ा और बिखरा हुआ है. कवरेज से अधिक, संपूर्ण सिलेबस को रिवाइज करना महत्वपूर्ण है. इसलिए, रिवीजन उचित और समयबद्ध दोनों होना चाहिए
CSAT को हल्के में लेने पर भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. जो लोग सीसैट के लिए पूरी तरह से नौसिखिए हैं, उन्हें इसे सामान्य अध्ययन के बराबर रखना चाहिए. जो उम्मीदवार इनके मुकाबले एडवांस्ड स्थिति में हैं, उन्हें भी इसे गंभीरता से लेना चाहिए. कम से कम पिछले वर्षों के पेपर छूटने नहीं चाहिए I
इस परीक्षा में करेंट अफेयर्स एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. करेंट अफेयर्स की तैयारी के लिए आपको सलाह दी जाती है कि आप रोजाना अखबार पढ़ें. साथ ही साप्ताहिक और मासिक करेंट अफेयर्स ऑनलाइन या किसी किताब की मदद से पढ़ें.