साइंस के अनुसार टॉपर छात्रों में होती हैं ये 10 आदतें
मैथ्स-फिजिक्स के फॉर्मूला याद करें - फिजिक्स के न्यूमेरिकल्स और मैथ्स की तैयारी के लिए फॉर्मूले का विशेष ध्यान रखें। मैथ्स सॉल्व करते समय फॉर्मूला भी लिखने की आदत डालें, जिससे एग्जाम हॉल तक यही आदत बनी रहे।
टॉपिक्स याद रखें अपनी भाषा में लिखें - साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स किसी भी विषय के टॉपिक के बारे में पढऩे जा रहे हैं तो टॉपिक के पॉइंट बनाएं। उत्तर को अपनी भाषा में लिखने का प्रयास करें। इससे आपके अंदर के भाषा ज्ञान का भी पता चलेगा।
टीचर्स से पूछें मुश्किल सवाल - वे सवाल जो कठिन हैं, उन्हें नोट करें और टीचर्स से पूछें। मुश्किल सवालों के कॉन्सेप्ट क्लियर कर लें और उन्हें समझने में थोड़ा ज्यादा समय दें।
डायग्राम बनाना न भूलें - मैथ्स के ज्योमैट्री और साइंस के सब्जेक्ट में डायग्राम का विशेष महत्व होता है। एग्जाम के लिए तैयारी कर रहे हैं तो साथ के साथ ही साइंस डायग्राम और उनके लेबलिंग की भी तैयारी करें।
फॉर्मूले के लिए एक चार्ट बनाएं - फिजिक्स, मैथ्स और कैमिस्ट्री में फॉर्मूले और इक्वेशन का चार्ट बनाकर घर में टेबल बनाकर उस जगह पर चिपकाएं, जिस जगह आपका ज्यादातर वक्त बीतता है।
ब्लू प्रिंट के आधार पर प्रिपरेशन - किताबों में यूनिट इंडेक्स के पास ब्लू प्रिंट होता है। इसकी सहायता से एग्जाम की प्रिपरेशन करें, क्योंकि पेपर का पैटर्न ब्लू प्रिंट के आधार पर ही आएगा।
सैम्पल पेपर्स सॉल्व करें - पुराने सालों के क्वेश्चन पेपर्स को ठीक उसी तरह सॉल्व करें, जैसे की फाइनल एग्जाम दे रहे हों। इससे आप अपनी हैंड राइटिंग और टाइम मैनेजमेंट का आंकलन कर पाएंगे।
लिमिटेड शब्दों और समय में आंसर लिखने की प्रैक्टिस करें - बचे समय में रिवीजन के साथ आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करें। रोजाना प्रश्नों के उत्तर को लिखकर प्रैक्टिस करने की आदत डालें।
अच्छी डाइट आपको अपने खान-पान पर विशेष ध्यान रखना होगा। पढ़ने में चाहे कितना भी तेज हो यदि आप महीने में दो-चार दिन बीमार हो जाएंगे तो वह सारा पढ़ाई चौपट हो जाएगा।अच्छी डाइट लेने से हमारा मस्तिष्क और शरीर दोनों स्वस्थ रहता है। हम बीमार नहीं पड़ते हैं और अपने पढ़ाई को लगातार जारी रखते हैं।
कौन सा समय पढ़ाई के लिए बेस्ट हैआपके मन में यह बात आती होगी कि किस समय में पढ़े कि ज्यादा से ज्यादा देर तक हमारे मस्तिष्क में रह सके। कई लोग देर रात तक पढ़ते हैं। कई पूरे दिन पढ़ते हैं शाम को सो जाते हैं। सबका अपना-अपना नियम एवं तरीके हैं।
सोशल मीडिया से दूरइस सोशल मीडिया ने पढ़ाई को बिल्कुल चौपट कर दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार प्रति मिनट तीन करोड़ से ज्यादा मैसेज सोशल मीडिया पर शेयर किया जाता है। एक बार मोबाइल हाथ में आ गया तो फिर मिनट और घंटा क्या पूरे दिन निकल जाती हैं आपको पता ही नहीं चलता।
मिक्स पढ़ाई करेंजैसे एक घंटा मैथ बनाया उसके बाद एक घंटा साइंस पढ़ो। एक घंटा साइंस पढ़ने के बाद एक घंटा हिंदी का कोई कहानी पढ़ो।