साल में दो बार परीक्षा: CBSE ने यह नया सिस्टम लागू किया है जिसमें विद्यार्थियों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देने का मौका मिलेगा। पहली परीक्षा वार्षिक परीक्षा होगी जो फरवरी-मार्च महीने में होगी, और दूसरी परीक्षा "ओपन-बुक एसेसमेंट" नामक बोर्ड परीक्षा होगी जो अक्टूबर-नवम्बर महीने में होगी।
ओपन-बुक एसेसमेंट: यह दूसरी परीक्षा "ओपन-बुक एसेसमेंट" होगी, जिसमें विद्यार्थी अपनी बुक्स, नोट्स और इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकेंगे। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों की नैतिकता और संविदानशीलता को बढ़ावा देना है और सिर्फ रटने के बजाय समझदारी और गहरी समझ की तरफ मोड़ने का प्रोत्साहन करना है।
विश्वास माध्यम: CBSE उम्मीदवारों को पहली परीक्षा के बाद एक विश्वास माध्यम (Confidence Building Measures) प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि विद्यार्थी स्वतंत्रता के साथ इस प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं।
परीक्षा विभाग का सहयोग: CBSE ने यह सुनिश्चित करने के लिए भी विशेष प्रयास किया है कि स्कूलों को इस प्रक्रिया में सहयोग मिले, ताकि यह आसानी से अंजामित हो सके और विद्यार्थियों के लिए स्थानिक माध्यम के साथ विशेष सुविधाएँ प्रदान की जा सकें।
वैशिष्ट्यक पाठ्यक्रम: कुछ विशेष्ट पाठ्यक्रम जैसे कि कला, संगीत, नृत्य आदि करके आप अपनी प्रेफरेंस के अनुसार अपने कौशल को विकसित कर सकते हैं।