अंग्रेजी कहानियों को पढ़ना सीखें ताकि उनका अर्थ निकाला जा सके और उनमें प्रयुक्त शब्दावली और निश्चित पूर्वसर्गों को लक्षित किया जा सके।
प्रीपोजिशन पर कम से कम एक हजार सवाल हल करें। इससे अच्छा बेस बनता है।ग्रामर के चैप्टर्स जैसे सब वर्ब एग्रीमेंट, नाउन, प्रोनाउन से शुरुआत करना अच्छा रहता है।
ग्रामर के प्रत्येक चैप्टर पर ज्यादा से ज्यादा सवालों की प्रैक्टिस और कम से कम 3 बार रिवीजन बहुत मददगार होगा। रीडिंग सेक्शन जैसे पैसेज, क्लोज टेस्ट और पैराजंबल्ड वाक्य का एक-एक सेट रोज प्रैक्टिस करें।
वोकेब्लरी सुधारें - एग्जाम के लिए सिलेबस की तैयारी करने समय वोकेब्लरी पर विशेष ध्यान दें। इसमें सुधार करने के लिए आप डिक्शनरी के माध्यम से आप किसी शब्द के समानार्थी और विपरीतार्थी शब्दों को याद और पढ़ सकते हैं।
इंग्लिश ग्रामर को सुधारें - इंग्लिश के प्रश्नों को हल करने के लिए आपको ग्रामर के प्रयोग की सही समझ होनी चाहिए। इस प्रकार के प्रश्न सभी प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं में समान होते हैं और अधिकतर प्रश्न त्रुटि ढूँढने के प्रारूप में पूछे जाते हैं।
रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन स्किल्स में सुधार करें - इंग्लिश में आप कुछ दिन पढ़ने के बाद अपनी रीडिंग स्किल्स नहीं सुधार सकते, इसके लिए आपको हर दिन पढ़ने की आदत विकसित करनी होगी।
सेल्फ असेसमेंट - अपने द्वारा सेल्फ असेसमेंट करना आपको ये बता सकता है कि आप कितना सीख पाए हैं। ऐसे में अपनी स्थिती के बारे में सटीक आकलन के लिए सभी को मॉक टेस्ट देते रहने चाहिए और अपने आप में सुधार करना चाहिए।
स्पेलिंग मिस्टेक और सेंटेंस फॉर्मेशन - इंग्लिश सब्जेक्ट की तैयारी के लिए स्पेलिंग मिस्टेक यानी वर्तनी में गलतियां ढूंढने की प्रेक्टिस काफी काम आ सकती है।