पेरेंटिंग टिप्स वैसे तो बच्चों का दिमाग क्रिएटिविटी से भरपूर होता है. मगर, पढ़ाई के मामले में अक्सर कुछ बच्चे थोड़े कमजोर होते हैं. ऐसे में पढ़ी हुई चीजों को लम्बे समय तक याद रखना कई बच्चों के लिए काफी मुश्किल टास्क बन जाता है और पढ़ने के थोड़ी देर बाद बच्चे अक्सर याद किया हुआ टॉपिक भूल जाते हैं.
लाइफ से करें रिलेट बच्चों को पढ़ाते समय सिर्फ किताबी ज्ञान देने से बच्चे बोर होने लगते हैं और टॉपिक को सही तरह से नहीं समझ पाते हैं. इसलिए पढ़ाते समय बच्चों को कुछ रियल लाइफ उदाहरण देना न भूलें. इससे बच्चों की विषय में दिलचस्पी बढ़ेगी और बच्चे जिंदगी से जुड़े उदाहरणों के जरिए चीजों को हमेशा याद रख सकेंगे.
म्यूजिक होगा मददगार कई बार पढ़ाई में काफी वीक होने के बाद भी बच्चे को फिल्मों के गाने आसानी से याद हो जाते हैं. ऐसे में आप बच्चों को साइंस, हिंदी और इंग्लिश जैसे विषय गाने की तरह याद करवा सकते हैं. इससे बच्चे बार-बार टॉपिक को गुनगुनाना शुरू कर देंगे और वो पढ़ाई हुई चीजों को कभी नहीं भूलेंगे.
रिवीजन कराना न भूलें बच्चों को कोई भी विषय पढ़ाना या समझाना ही काफी नहीं है. चीजों को लम्बे समय तक बच्चों के माइंड में स्टोर करने के लिए उन्हें हर पढ़ाई हुई चीज का रिवीजन करने की सलाह दें. साथ ही कोई भी नया चैप्टर शुरू करने से पहले पुरानी चीजों को जरूर रिवाइज करवा दें.
जब भी पढ़ने बैठे, हाथ में रखें पेंसिल जब भी पढ़ाई करने बैठें तो हाथ में पेंसिल लेकर ही बैठें। इसका फायदा यह होगा कि कोई खास टर्म या डेफिनेशन दिखने पर आप उसे अंडरलाइन कर सकेंगे। यह ऐसा तरीका है जिससे न केवल आपको जल्दी याद होगा, बल्कि ज्यादा दिनों तक याद भी रहेगा।
नोट्स खुद बनाएं कई बार समय कम होने पर स्टूडेंट्स अपनी कक्षा के साथियों के नोट्स की फोटोकॉपी करवा लेते हैं। यह गलत तरीका है। दूसरों के नोट्स पढ़ने में वक्त भी ज्यादा लगता है और समझ में कम आता है। इसलिए अपने नोट्स खुद बनाने चाहिए।
पढ़ाई के दौरान लेते रहें ब्रेक लगातार स्टडी करने से ब्रेन थक जाता है। लगातार पढ़ने से कई चीजें याद नहीं रह पाती हैं। इसलिए स्टडी के दौरान बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें। इससे एकाग्रता बनी रहेगी और याद रखने की कैपिसिटी भी बढ़ेगी।