लैब टेक्निशियन कोर्स -
10वीं, 12वीं और ग्रेजुएशन की डिग्री के बाद किया जाना वाला लैब टेक्नीशियन कोर्स पैरामेडिकल कोर्स की श्रेणी में शामिल एक उच्च कोटि का कोर्स है।
एंट्रेंस एग्जाम नहीं देनी होती -
लैब टेक्नीशियन की गिनती ऐसे मेडिकल कोर्स में होती है, जिसमें एडमिशन पाने के लिए आपको किसी भी प्रकार की कोई भी एंट्रेंस एग्जाम नहीं देनी होती है।
मेडिकल लैब टेकनीशियन के
कार्य -
मेडिकल लैब टेक्निशियन किसी बीमारी की पहचान करने के लिए जांच करते है। लैब टेक्नीशियन, सैम्पल, टेस्ट, रिपोर्ट और डॉक्यूमेंट आदि काम करते हैं।
मेडिकल लैब तकनीशियन कैसे
बने -
अगर आप पैथोलॉजी में मेडिकल लैब टेकनीशियन बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपका इंटरेस्ट मेडिकल फील्ड, रिसर्च, जांच और परीक्षण में होना चाहिए। इसके बाद आप Medical Lab Technician का कोर्स कर सकते है।
इम्यूनोलॉजी -
इम्यूनोलॉजी, बायोलॉजी और मेडिसिन की एक ब्रांच है, जिसमें सभी जीवों के इम्यून सिस्टम की पढ़ाई करायी जाती है।
क्लीनिकल पैथोलॉजी -
क्लीनिकल पैथोलॉजी एक मेडिकल स्पेशिलिटी है लैब टेक्निशियन कोर्स करने वाले छात्रों के लिए यह अध्ययन का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है।
माइक्रोबायोलॉजी -
सूक्ष्म जीव विज्ञान की यह शाखा एककोशिकीय, सूक्ष्म जानवरों के समूह, वायरस, बैक्टीरिया और कवक सहित सूक्ष्मजीवों के अध्ययन को देखती है।
बायोकेमिस्ट्री -
रसायन विज्ञान का यह क्षेत्र जैविक प्रक्रिया के विभिन्न रासायनिक पहलुओं को देखता है। यह शरीर में मौजूद विभिन्न एंजाइम, प्रोटीन और अन्य रसायनों और इसकी कार्यात्मक प्रक्रियाओं का भी अध्ययन करता है।
डिप्लोमा कोर्स के लिए योग्यता -
लैब टेक्निशियन के डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को साइंस स्ट्रीम से 12th न्यूनतम 50% से 60% के साथ पास होनी जरूरी है।
बैचलर डिग्री कोर्स के लिए योग्यता -
भारत में Bachelor in Medical Laboratory Technology (BMLT) कोर्स में एडमिशन, स्टूडेंट के 12th केअंकों के आधार पर दिया जाता है।
मास्टर डिग्री कोर्स के लिए योग्यता -
भारत और विदेश में मास्टर डिग्री में एडमिशन लेने के लिए कैंडिडेट ने Bachelor in Medical Laboratory Technology या अन्य सम्बंधित क्षेत्र में बैचलर प्राप्त की हो।