क्या है सुपर टीईटी - सुपर टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट एक राज्य स्तरीय परीक्षा है। यह परीक्षा उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा बोर्ड द्वारा सरकारी स्कूलों में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली प्रमुख परीक्षाओं में से एक है।
सुपर टीईटी है अनिवार्य - उत्तर प्रदेश में टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) पास करने के बाद, एक और परीक्षा यानि सुपर टीईटी देना अनिवार्य कर दिया।
इसके बाद ही मिल सकती है असिस्टेंट टीचर की जॉब - सरकार के इस फैसले के बाद अब उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में असिस्टेंट टीचर की जॉब करने के लिए UPTET और CTET के साथ सुपर टीईटी परीक्षा पास करना अनिवार्य है।
उम्र सीमा - इस परीक्षा में बैठने के योग्य होने के लिए, उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आयु में छूट उन उम्मीदवारों को प्रदान की जाती है जो ओबीसी/एससी/एसटी और अलग-अलग तरह की जाति श्रेणियों से संबंधित हैं।
सुपर टीईटी परीक्षा का पैटर्न - इस परीक्षा में कुल 150 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते है यानि 1 प्रश्न के लिए आपको 4 विकल्प दिए जाएंगे जिसमें से आपको सही उत्तर का चुनाव करना होगा। इन प्रश्नों का जवाब देने के लिए आपको ढाई घंटे का समय दिया जाता है।
सुपर टीईटी का आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए किया जाता है। वहीं, CTET केंद्र सरकार की अर्हक परीक्षा है जो केंद्र सरकार की ओर से सीबीएसई संगठन द्वारा आयोजित की जाती है।
सीटीईटी देने वाले उम्मीदवार केंद्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति जैसे केंद्र सरकार के स्कूलों में नौकरी पाने में सक्षम हैं। वहीं सुपर टीईटी देने वाले उम्मीदवार उत्तर प्रदेश राज्य में मौजूद सरकारी स्कूलों में भर्ती के लिए पात्र हैं।
केंद्र सरकार साल में दो बार केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए अधिसूचना जारी करती है और सुपर टीईटी अधिसूचना तभी जारी की जाती है जब राज्य के सरकारी स्कूलों में रिक्तियां उपलब्ध हों।