क्या है स्पेस साइंस? जानें यहां कैसे बनाएं शानदार करियर
क्या है स्पेस साइंस? - ‘स्पेस साइंस’ साइंस की वह शाखा है, जिसके अंतर्गत पृथ्वी से परे करोड़ों ग्रहों, उपग्रहों, तारों, धूमकेतुओं, आकाशगंगाओं एवं अन्य अंतरिक्षीय पिंडों का अध्ययन किया जाता है।
एस्ट्रोनॉमी - एक एस्ट्रोनॉमी का कार्य आउटर स्पेस का रिसर्च करना है। इसमें आकाशगंगा, सौर मंडल, तारे, ब्लैक होल, ग्रह आदि शामिल होता है। जिस पर रिसर्च कर एस्ट्रोनॉमी यहां पर होने वाली घटनाओं का पता लगाते हैं।
एस्ट्रोनॉट - ये स्पेस स्टेशन पर रहकर विभिन्न रिसर्च करते हैं। इनका कार्य बहुत मुश्किल होता है। इन्हें स्पेस स्टेशन में महीनों रहना पड़ता है।
स्पेस टेक्नोलॉजी - स्पेस टेक्नोलॉजी का करियर भी बेहद शानदार होता है। इसमें स्पेसक्रॉफ्ट, सेटेलाइट, स्पेस स्टेशन, स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर इक्यूमेंट और स्पेस वॉर में शामिल होने वाले विभिन्न इक्यूमेंट को डिजाइन करने का कार्य होता है।
इंजीनियरिंग - एक इंजीनियर स्पेस रिसर्च में पूरे अभियान की जान होता है। इन इंजीनियरों के लिए एयरोस्पेस, रोबोटिक्स (थिंक मार्स रोवर्स), कंप्यूटर इंजीनियरिंग, मटेरियल साइंस के साथ ही मैकेनिकल और टेलीकॉम इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं।
स्पेस रिसर्च - स्पेस रिसर्च में विभिन्न फील्ड के लोग शामिल होते हैं। जैसे- एस्ट्रोफिजिसिस्ट, बायोलॉजिस्ट , बायोकैमिस्ट और बायोफिजिसिस्ट, जियोलॉजिस्ट और एस्ट्रोबायोलॉजिस्ट।
स्पेस लॉ - यह अंतरिक्ष से संबंधित गतिविधियों को नियंत्रित करने वाला लॉ है। आज के समय में जिस तरह स्पेस में भीड़ बढ़ रही हे, उसको देखकर स्पेस लॉ में करियर के ऑप्शन बढ़ते जा रहे हैं।
स्पेस टूरिज्म - यह सबसे तेजी से उभरता हुआ टूरिज्म है। इस फील्ड में कई नई कंपनियां आ रही हैं। यहां पर करियर बनाने का शानदार मौका है।
स्पेस आर्किटेक्ट - जिस तरह से स्पेस टूरिज्म बढ़ रहा है, उससे स्पेस आर्किटेक्ट की जरूरत पड़ने लगी है। इनका कार्य स्पेस में रहने के लिए योग्य वातावरण पर रिसर्च करना और डिजाइन तैयार कर निर्माण करना है।
स्पेस मेडिसिन - इनका कार्य आउटर स्पेस से लौटने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव पर रिसर्च करने के साथ उनका इलाज करना है।