केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय में अंतर

फैकल्टी -  केंद्रीय विद्यालय में प्राइमरी क्लास से भी होती है। परंतु नवोदय विद्यालय में प्राइमरी क्लास से नहीं होती यह स्कूल केवल कक्षा 6 से कक्षा 12वीं तक होता है। 

लोकेशन -  केंद्रीय विद्यालय मुख्य शहरों में स्थित होते हैं परंतु इसमें सभी छात्र पढ़ सकते हैं। नवोदय विद्यालय का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण बालकों का विकास है, अतः यह सर में स्थापित ना होकर गांवों के आसपास बने होते हैं। 

प्रवेश परीक्षा -  केंद्रीय विद्यालय में हमें एडमिशन लेने के लिए कोई परीक्षा नहीं देनी पड़ती है। परंतु नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए परीक्षा देना अति आवश्यक होता है। 

शिक्षको की उपस्थिति -  नवोदय विद्यालय चूंकि बोर्डिंग होता है इसलिए बोर्डिंग स्कूल की ही तरह शिक्षक को भी स्कूल में ही रहना होता है। वहीँ केंद्रीय विद्यालय में शिक्षको को बस स्कूल के समय मे ही स्कूल में रहना होता है। 

स्थापना -

केंद्रीय विद्यालय -  मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय संगठन देश में विभिन्न केंद्रीय विद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया कंडक्ट करता है. इसकी स्थापना 1965 में हुई थी। 

नवोदय विद्यालय -  मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत वर्ष 1986 में जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना की। 

मुख्या उद्देश्य -

केंद्रीय विद्यालय -  इस संगठन का मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार में हस्तांतरणीय होने वाले कर्मचारियों (जिसमें रक्षा और पैरा-सैन्य भी शामिल हैं)के बच्चों को एक जैसी शिक्षा मुहैया करवाना है। 

नवोदय विद्यालय -  इस समति का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को मॉडर्न शिक्षा प्रदान करना है. यह समिति भी मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत काम करती है। 

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