परीक्षा की पहली मंजिल - आईएएस की प्रारंभिक परीक्षा पहली मंजिल है जिसे पार करना इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेस में जाने का रास्ता खोलती है।
टाइम मैनेजमेंट - इस परीक्षा की तैयारी के लिये समयबद्ध तरीके से काम करना बहुत जरूरी है। इसलिए टाइम मैनेजमेंट सीखें।
सेक्शन वाईस डिवाइडेशन - किसी सेक्शन को उसके महत्व के हिसाब से कितना समय देना है, किस समय के अंदर खत्म करना है जैसी छोटी पर जरूरी बातों का ध्यान रखें।
रिवीजन - यह याद रखें कि बिना रिवीज़न के आपकी सारी पुरानी तैयारी व्यर्थ है। इसलिए रिवीजन पर ध्यान दें।
टेस्ट - इस परीक्षा का कोर्स बहुत है पर प्रश्नपत्र में सीमित प्रश्न ही आते हैं इसलिये एक समय के बाद टेस्ट देना शुरू कर दें।
पिछले साल के प्रश्न-पत्रों को हल करना - जब आप ऐसा नहीं करते तो प्री परीक्षा में फेल होने के लिए ग्राउंड आप खुद ही तैयार कर लेते हैं।
समसामयिक घटनाओं पर पैनी नजर - करेंट अफेयर्स को नेगलेक्ट करना भी असफल होने का एक बड़ा कारण है, इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है नियमित रूप से अखबार पढ़ें।
गलत अप्रोच दिलाती है असफलता - गलत एनालिसेस और गलत स्ट्रैटजी भी आपको असफल बना सकती है, इसलिए अपनी क्षमताओं के अनुसार अपने लिए चीज़ें प्लान करें और उन्हीं के अनुरूप कार्य करें।