दैनिक समाचार पत्रों का अध्ययन करें - लिखने की शैली में सुधार लाने और इसे बेहतर करने के लिए आपको हर रोज दैनिक समाचार पत्रों का अध्ययन करना चाहिए। अंग्रेजी में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी टाइम्स ऑफ इंडिया, द हिंदू, द इंडियन एक्सप्रेस आदि अखबारों का अध्ययन कर सकते हैं ।
ना बहुत अधिक वर्णात्मक हों ना ही बहुत अधिक संक्षिप्त - आप निश्चित ही छोटे पैराग्राफ़ लिख सकते हैं यानि पांच पंक्तियों तक के। हालांकि, आपके वाक्यों की लंबाई में भिन्नता हो सकती है। इसलिए, किसी भी विषय पर सिर्फ़ महत्वपूर्ण जानकारियां ही दें।
सही भाषा में लिखने की कोशिश करें - यह महत्व नहीं रखता है कि आपकी प्रतिक्रिया की भाषा कितनी फैंसी है लेकिन मूल्यांकन के दौरान परीक्षक आपसे यह अपेक्षा करता है कि आप कितनी सरल भाषा में अपनी बात को सही तरीके से रख पा रहे हैं।
अभ्यास लेखन - एक अच्छा निबंध लिखने के लिए अभ्यास ही एक रहस्य है क्योंकि ये आपको इसमें कुशल बनाता है। इसलिए, आप प्रारूप से भलीभांति अवगत हो जाएं और जितना हो सके अभ्यास करें।
अपने लेखन का मूल्यांकन करें - पको विभिन्न लोगों से अपने निबंध लेखन का मूल्यांकन करवाना चाहिए जिससे आपको अपने कमजोर क्षेत्रों पर मेहनत करने का आइडिया मिल जाएगा। चूँकि लेखन व्यक्तिपरक होता है इसलिए इससे विभिन्न व्यक्तियों के मूल्यांकन में मदद मिलती है।
विषय से भटकें नहीं - एक बार जब आप अपने विषय से भटक जाते हैं तो परीक्षक की पूर्णरूप से रुचि ख़त्म हो जाती है। साथ ही, इसे निबंध लेखन का ग़लत तरीका माना जा सकता है और इससे परिणाम ख़राब हो सकता है।
वहीं लिखें जिसके बारे में आपको पता हो - यह एक ऐसा पहलू है जिसके बारे में आपको अपने टॉपिक की तैयारी करने के समय से लेकर अंत तक हमेशा ध्यान देने की जरूरत होती है।
अपने लेखन की लय को लेकर सावधान रहें - एक निष्पक्ष दृष्टिकोण और थोड़ी सी मानवीय सोच निबंध को एक लय में बांध देती है इससे लेख सराहनीय हो जाता है। अभद्र भाषा, व्यर्थ या अतार्किक चिंतन और लच्छेदार भाषा से वाक्यों का अर्थ बदल सकता है इसलिए अपने लेखन की लय को ध्यान में रखें।