कैसे करें बीएड स्पेशल एजुकेशन कोर्स, ये हैं टॉप कॉलेज

बीएड के बाद नौकरी -  बी.एड स्पेशल एजुकेशन कोर्स पूरा करने के बाद, छात्रों को प्राइमरी टीचर, करियर काउंसलर, काउंसलर, कंटेंट राइटर, और समान रूप से शैक्षणिक संस्थानों, समाचार और मीडिया, एनजीओ आदि जैसे क्षेत्रों में नौकरी मिलती है। 

बीएड स्पेशल एजुकेशन एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया - 

बी.एड स्पेशल एजुकेशन पात्रता के लिए किसी भी स्ट्रीम (कला, विज्ञान और वाणिज्य) में स्नातक हो, कम से कम 50% या उससे अधिक मार्क्स जरूरी है। 

बी.एड कोर्स में एडमिशन के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए कोई अधिकतम आयु सीमा नहीं है। 

बी एड स्पेशल एजुकेशन एंट्रेंस एग्जाम -

कई कॉलेज टॉप बी.एड एंट्रेंस एग्जाम में परफॉर्मेंस के आधार पर छात्रों का चयन करते हैं। इनमें से कुछ प्रवेश परीक्षाएं विश्वविद्यालय स्तर की हैं और कुछ राज्य स्तरीय परीक्षाओं की होती है। 

यह पाठ्यक्रम 2 साल की अवधि का है जो सेमेस्टर बेस्ड मोड में पेश किया जाता है, जिसमें छात्र मूल्यांकन के लिए प्रत्येक सेमेस्टर के अंत में लिखित और व्यावहारिक परीक्षाओं के साथ छह महीने की अवधि के कुल चार सेमेस्टर होते हैं। 

बीएड स्पेशल एजुकेशन टॉप कॉलेज और फीस -

संस्कृति यूनिवर्सिटी- 1,20,000 रुपए  बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी- 5,670 रुपए कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी- 10,860 रुपए  इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एजुकेशन एंड रिसर्च- 1,70,000 रुपए  नेताजी सुभाष ओपन यूनिवर्सिटी- 30,000 रुपए  नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हैंडीकैप्ड- 20,000 रुपए 

बीएड स्पेशल एजुकेशन कोर्स के लाभ -  यह विशेष रूप से शिक्षा क्षेत्र में विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के अवसर दिलाता है। बीएड करने के बाद छात्रों पास एम.एड करने का भी रास्ता खुल जाता है। इससे करियर ग्रोथ बढ़ जाता है। 

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