सिलेबस को जान लें
सभी छात्र परीक्षा की तैयारी पूरी कर चुके हैं और अब वक्त है रिवीजन का। परीक्षा के लिए कंटेंट ज्यादा है और ऐसे में सिलेबस की मदद से पढ़ना बहुत लाभदायक हो सकता है। सबसे पहले यह जान लें कौन-से विषय परीक्षा के सिलेबस के अनुसार सबसे महत्वपूर्ण है और कौन-से विषय से कम प्रश्नन पूछे जा रहे हैं।
क्लास 10 की NCERT को सबसे पहले पढ़ें
बोर्ड परीक्षा हो या यूपीएससी परीक्षा, NCERT की किताबें बेस मजबूत करने का कार्य करती हैं। सबसे पहले NCERT की किताबें पढ़े और उसके बाद ही रेफरेंस किताबों की तरफ मुड़े। NCERT की किताबों में सिलेबस से संबंधित सभी विषय दिए होते हैं और बोर्ड में इससे बाहर कोई भी प्रश्न में नहीं पूछा जाता है।
सभी विषयों के लिए किताबों खरीदें
सिलेबस के अनुसार ही सभी विषयों से संबंधित किताबें यानी रेफरेंस किताबें खरीदें और उनकी तयारी करें। अगर परीक्षा में बेहतर उत्तर लिखना है तो सभी विषयों के लिए लगभग अलग-अलग किताबें रखनी होंगी ताकि डिटेल्ड जानकारी हो सके। फिर चाहे वो मैथ्स के लिए कताबें हो या साइंस विषय के लिए।
मैथ्स और इंग्लिश की बार-बार करें तैयारी
अक्सर परीक्षा के दौरान तैयारी होने के बावजूद मैथ्स के ज्यादातर सवाल छूट जाते हैं। कारण है तैयारी की कमी। क्लास 10 के छात्रों के लिए सबसे आवश्यक है कि सिलेबस पूरा होने के बाद भी वे मैथ्स के प्रश्नों को बार-बार हल करके देखें।
लास्ट ईयर के प्रश्न पत्रों की सहायता लें
अगर आप नहीं जानते कि किस तरह के प्रश्न परीक्षा में पूछे जा सकता हैं तो सबसे पहले लास्ट ईयर के प्रश्न पत्रों को देख लें और उसकी मदद से ही रिवीजन करें। लास्ट ईयर के प्रश्न पत्रों की मदद से आप जान पाएंगे कि किस तरह के प्रश्न परीक्षा में पूछे जाते हैं और उसका उत्तर कैसे लिखा जा सकता है।
प्रश्नों का करें टाइम मैनेजमेंट
रिवीजन के दौरान सबसे अधिक जिस बात पर जोर देना चाहिए वह है टाइम मैनेजमेंट। छात्र ध्यान दें कि किस विषय के किस प्रश्न को हल करने में कितना समय लग रहा है उसी के अनुसार टाइम मैनेजमेंट करने का प्रयास करें ताकि परीक्षा के दौरान कोई भी प्रश्न ना छूटे।
परीक्षा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
किसी प्रदेश बोर्ड की, उसके लिए सभी छात्र एक जैसी ही तैयारी करते हैं। बोर्ड परीक्षाओं में कुछ ऐसी जरूरी बातें भी होती हैं, जिन पर छात्रों को ध्यान देना चाहिए। CBSE के अलावा सभी प्रदेशों में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं होली के बाद फरवरी-मार्च में होने जा रही है।
शॉर्ट नोट्स
शॉर्ट नोट्स हमेशा परीक्षाओं में बेहतर अंकों के साथ सफल होने में कारगर साबित होते हैं। शॉर्ट नोट्स से हमें किसी भी विषय का कंटेंट अच्छे से याद रहता है। शॉर्ट नोट्स में छोटे-छोटे पॉइंट्स रखने चाहिए। इससे आप परीक्षा के दौरान कुछ ही घंटों में सारा रिवीजन आसानी से कर सकेंगे।