IFS ऑफिसर कैसे बनें?

आईएफएस क्या है -  हमारे देश के विदेश मंत्रालय के कामों को संभालने के लिए एक विभाग बनाया गया है जिसे हम लोग भारतीय विदेश सेवा के नाम से जानते हैं और इस विभाग में काम करने वाले लोगों को IFS officer कहते हैं।

जानिए आईएफएस ऑफिसर के मुख्य कार्य के बारे में -

आईएफएस ऑफिसर (IFS officer) किसी भी देश के लिए बहुत ज्यादा जरूरी होता है क्योंकि यह वही ऑफिसर होते हैं जो कि दूसरे देशों में अपने देश को represent करती है।

इनका काम होता है कि यह विदेशी सरकार और अपने देश की सरकार के बीच में समन्वय स्थापित करें ताकि दोनों देशों के बीच में व्यापारिक तथा सांस्कृतिक दोनों रिश्ते अच्छे रहें।

हमारे देश किसी देश के साथ कोई भी जमीन का मामला हो या कोई व्यापारिक मामला हो और किसी तरह का मामला हो इनकी जांच और इन को ठीक करने की जिम्मेदारी भी IFS officer की होती है।

आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए जरुरी योग्यता -  IFS officer के लिए आपको किसी भी विषय से किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी और कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री पास करनी होती है। साथ ही इसमें काम करने के लिए भारतीय नागरिक होना बहुत जरूरी है।

आईएफएस ऑफिसर के लिए एज क्राइटेरिया -  IFS की परीक्षा के लिए आपकी उम्र कम से कम 21 साल और अधिक से अधिक 32 साल होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए इस आयु सीमा में सरकार के द्वारा कुछ छूट दी गई है।

आईएफएस की एग्जाम पैटर्न -  यह परीक्षा तीन चरणों में होती है पहले दो चरण के परीक्षा में आपकी लिखित परीक्षा होती है और जबकि तीसरे चरण की परीक्षा में इंटरव्यू होता है।

आईएफएस ऑफिसर की सैलरी -  IFS OFFICER की सैलरी ₹15600 से लेकर ₹40000 तक होती है। उन्हें हर माह ग्रेड पे के तौर पर ₹5400 भी मिलते हैं। जो आई एफ एस ऑफिसर विदेश में posted हैं उनकी सैलरी इन से कुछ अलग होती है।

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