क्या है होम्योपैथी -
Homeopathy चिकित्सा का वो वैकल्पिक क्षेत्र है, जहाँ रोगियों को उनके लक्षण के आधार पर अत्यधिक पतला पदार्थ प्रदान किया जाता है, जो की उनके शरीर के प्राकृतिक उपचार शक्ति को बढ़ाकर उन्हें रोंगों से मुक्त करने में सहायता प्रदान करता है।
होम्योपैथी में करियर के लिए शैक्षिक आवश्यकताएं -
स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए उम्मीदवार को 12वीं बोर्ड परीक्षा न्यूनतम 50% अंकों के साथ में भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और अंग्रेजी जैसे विषय रखने होंगे।
भारत में होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों में सीट हासिल करने के लिए उम्मीदवारों को पहले अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा, NEET BHMS के लिए बैठने की आवश्यकता होगी।
होम्योपैथी क्षेत्र में उपलब्ध जॉब प्रोफाइल -
होम्योपैथ (Homeopath) –
यहाँ उम्मीदवार रोगियों को उनके लक्षणों के आधार उचित दावा निर्धारित करते है, और साथ ही उनके पास प्रबंधकीय, विपणन और प्रशासनिक कर्तव्य भी होते हैं।
लेक्चरर/प्रोफेसर (Lecturer/Professor) –
एक लेक्चरर की नौकरी की भूमिका विभाग के प्रमुख द्वारा समय-समय पर आवंटित और समीक्षा किए गए क्षेत्रों में नए छात्रों को पढ़ाना होता है।
सलाहकार (Consultant) –
यहाँ लोगों का काम अपने ग्राहकों को उनके व्यवसाय के क्षेत्र को बढ़ाने या उसे ठीक करने में मदद करने के लिए अपनी राय देना होता है।
जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ (Public Health Specialist) –
ये व्यक्तियों, आबादी और समुदायों के स्वास्थ्य में सुधार की दिशा में काम करते हैं। साथ ही जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ स्थानीय पड़ोस, स्कूलों और अस्पतालों को स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका से अवगत कराते हैं।
फार्मासिस्ट (Pharmacist) –
फार्मासिस्ट prescription और non-prescription दवा दोनों का वितरण और नियंत्रण करते है। साथ ही वे सामान्य स्वास्थ्य सेवा में ग्राहकों को सलाह भी देते हैं।
होम्योपैथी में सैलरी –
एक होम्योपैथिक डॉक्टर की औसत आय उनके वर्षों के अनुभव और कौशल पर आधारित होती है। और उन्हें पेश किया जाने वाला वेतन सरकारी और निजी क्षेत्र में भिन्न होता है।
होम्योपैथी कार्यक्षेत्र में करियर स्कोप –
एक अच्छे तरह से प्रशिक्षित और अनुभवी होम्योपैथिक चिकित्सक विभिन्न निजी और सरकारी होम्योपैथिक अस्पतालों में चिकित्सा अधिकारी के रूप में काम कर सकता है, या फिर निजी प्रैक्टिस के लिए अपना क्लिनिक भी स्थापित कर सकते है।