लॉ भी विभिन्न प्रकार होते हैं, जो इस प्रकार हैं- 1.साइबर कानून (Cyber law), 2.कर क़ानून (tax law), 3.साइबर कानून (Cyber law), 4.कंपनी कानून (corporate law), 5.पेटेंट अटॉर्नी (Patent attorney), 6.बैंकिंग कानून (Banking law), 7.फौजदारी कानून (criminal law)
प्रत्येक कॉरपोरेट मामला दूसरे से अलग होता है क्योंकि प्रत्येक याचिकाकर्ता अलग-अलग परिस्थितियों का सामना करता है।
एक अच्छा वार्ताकार बनने के लिए और किसी मामले में मध्यस्थता करने के लिए आपके अंदर संवाद करने की क्षमता कुछ इस प्रकार की होनी चाहिए जिससे आपका मामला सुनने वाले जज को आपकी बातें समझ में आएं और तर्कपूर्ण लगें।
अपने कॉरपोरेट करियर को सफल बनाने के लिए आपको फर्म और देश में संचालित कंपनी कानून के बारे में ज्ञान होना चाहिए।
वकील और मुवक्किल के बीच लेन-देन, कानूनी समाधान और इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं पर बात करने के लिए आपमें एक टीम को साथ लेकर चलने, रणनीतिकार और निर्णयकर्ता के गुण होने चाहिए।
यह किसी भी अन्य फर्म की तरह एक व्यवसाय है, इसलिए वकीलों को समयसीमा के महत्व को समझना और अहमियत देनी चाहिए। घटनाक्रमों की जानकारी से अवगत रहने के लिए आप विभिन्न सेमिनार में शामिल होने के साथ-साथ समाचार पढ़ सकते हैं।
कॉरपोरेट लॉ में करियर बनाने के लिए यह जरूरी है कि आपकी व्यावसायिक जागरूकता मजबूत हो यानी कि राष्ट्रीय स्तर पर या विश्व स्तर पर व्यापार से जुड़ी सभी ताजा जानकारी आपके पास होनी चाहिए।
कुछ सालों के एक्सपीरियंस के बाद इस फील्ड में 35 से 90 फीसदी तक सैलरी बढ़ जाती है। एक लीगल सेल के प्रमुख की सैलरी देखी जाएं तो अब यह बढ़कर 1 करोड़ 80 लाख से 2 करोड़ 30 लाख रूपये सालाना तक हो गई है।