चार्टर्ड एकाउंटेंट - चार्टर्ड एकाउंटेंट वो है जो बिज़नेस के टैक्स और अकाउंटिंग से संबंधित मामलों के लिए जवाबदेह होता है। इनकी शुरुआती औसत इनकम: ₹ 6-7 लाख प्रति वर्ष होती है।
मार्केटिंग मैनेजर - एक मार्केटिंग मैनेजर से कंपनी के प्रोडक्ट की मार्केटिंग से जुड़े मेनेजमेंट की उम्मीद की जाती है। वे बिजनेस को प्लान, एस्टिमेट और प्रमोट करने का काम करते हैं। इनकी आरंभिक सैलरी लगभग ₹6-7 लाख प्रति वर्ष और अनुभव के साथ ₹ 22 लाख प्रति वर्ष तक पहुंच सकता है।
इन्वेस्टमेंट बैंकर - इन्वेस्टमेंट बैंकर वह होता है जो फाइनेंशियल संस्थानों के साथ करीबी तौर पर काम करता है और कंपनी के लिए पूंजी को बढ़ाता है। इनकी आरंभिक सैलरी ₹ 9-10 लाख प्रति वर्ष जो अनुभव के साथ 26 लाख तक हो सकता है।
ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर - ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर फर्म के कर्मचारियों के लिए ऐसी प्रबंधन नीति की योजना बनाता है जिससे वे कंपनी के मुनाफे को बढ़ाने के लिए काम करें। इनकी औसत आय ₹ 6-7 लाख प्रति वर्ष और 12-15 लाख प्रति वर्ष उपयुक्त अनुभव के बाद हो सकती है।
चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट - चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट रिटर्न और रिस्क एनालिसिस, डेटा कलेक्शन, फाइनेंशियल मॉडल तैयार करने जैसे काम करते हैं। US में ये हाई पे जॉब्स में से एक है। इनकी औसत आय ₹ 12 लाख प्रति वर्ष हो सकती है।
सर्टिफाइड पब्लिक एकाउंटेंट - सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट का काम प्राथमिक स्तर पर कॉरपोरेशन, क्लाइंट और सरकार के लिए एकाउंटिंग, रिपोर्टिंग, टैक्स और ऑडिटिंग प्रक्रिया को देखना होता है। इनकी औसत आय ₹ 7-9 लाख प्रति वर्ष हो सकती हैं।
एक्टुअरी - एक एक्टुअरी के पास गणित, स्टैटिस्टिक्स (Statistics), अर्थशास्त्र के साथ रिस्क से संबंधित बीमा इंडस्ट्री तक पहुंच के बारे में गहरी शोध और जानकारी होती है। इनकी औसत आय ₹ 10-14 लाख प्रति वर्ष हो सकती हैं।
कॉस्ट एकाउंटेंट - कॉस्ट एकाउंटेंट कंपनी के बजट बनाने, प्रदर्शन का मूल्यांकन, कॉस्ट और एसेट मैनेजमेंट के लिए उत्तरदायी होता है। इनकी औसत आय ₹ 4 लाख प्रति वर्ष हो सकती हैं।
बिज़नेस एकाउंटेंट एंड टैक्सेशन एकाउंटेंट - प्रोफेशनल बिज़नेस एकाउंटेंट केवल टैक्सेशन और फाइनेंस में काम करते हैं। उनके पास एक्सेल और रिपोर्टिंग स्किल के साथ ही प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष टैक्सेशन की पूरी जानकारी होनी चाहिए। इनकी औसत आय ₹ 6-7 लाख प्रति वर्ष हो सकती हैं।
रिटेल मैनेजर - कॉमर्स स्टूडेंट्स के लिए उभरते कैरियर और सबसे ज्यादा भुगतान करने वाली नौकरियों की सूची में से एक है। रिटेल मैनेजर स्टोर के कार्यचालन को बनाए रखता है। इनकी औसत आय ₹ 5-6 लाख प्रति वर्ष हो सकती हैं।
कंपनी सेक्रेटरी - एक कंपनी सेक्रेटरी किसी भी संगठन के खासतया विनियामक और वैधानिक जरूरतओं के पालन से संबंधित कुशल प्रशासन को सुनिश्चित करता है। इनकी औसत आय ₹ 6-7 लाख प्रति वर्ष हो सकती हैं।
पर्सनल फाइनेंशियल एडवाइजर - पर्सनल फाइनेंस एडवाइजर ग्राहक से मिल कर मितव्ययिता पूर्ण जानकारी देते हैं और उन्हें स्टॉक और बॉण्ड में इन्वेस्टमेंट करने, टैक्स कानूनों को सूचित करने और बीमा संबंधित निर्णयों के लिए उचित सलाह देते हैं। इनकी औसत आय ₹ 3-5 लाख प्रति वर्ष हो सकती हैं।
रिसर्च एनालिस्ट - कॉमर्स स्टूडेंट्स के ऊंची आय वाले पेशे में से एक है। रिसर्च एनालिस्ट की सामान्य तौर पर सभी उद्योगों बिज़नेस, फाइनेंस, बाज़ार इन्वेस्टमेंट, बिक्री, फैशन मैनेजमेंट सभी में ज़रूरत होती है। इनकी औसत आय ₹ 3-5 लाख प्रति वर्ष हो सकती हैं।
उद्यमी - उद्यमी वह व्यक्ति होता है जो अपने जोखिम पर व्यवसाय को शुरु करने, प्रबंधन करने और विकसित करने की जिम्मेदारी लेता है। उद्यमिता वह है जो समकालीन विश्व में स्टार्ट अप संस्कृति द्वारा प्रेरित है। एक सफल उद्यमी ₹ 110-129 लाख तक कमा सकता है जो निर्भर करता है कि उसका व्यवसाय कितना सफल है।
चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर - CEO उनमें से हैं जो कि किसी भी संगठन या कंपनी की परछाई होता है। उससे मार्केटिंग, रणनीति बनाने, और किसी भी संस्था या कंपनी के प्रतिदिन के क्रियाकलाप को सम्हालने की आशा की जाती है। इनकी औसत आय ₹ 24 लाख प्रति वर्ष हो सकती हैं।