अपने रिज्यूमे में कठिन शब्दों का इस्तेमाल न करें. अगर आपको लगता है कि आप टफ वर्ड्स को यूज कर अच्छा इंप्रेशन बना सकेंगे तो आप गलत है. कोशिश करें ऐसे शब्दों का प्रयोग करें जो आमतौर पर बोले जाते हैं. अगर आप कठिन शब्दों का प्रयोग करते हैं तो उसका मतलब जरूर जानें.
रिज्यूमे बनाते वक्त फॉन्ट का खास ख्याल रखें. ज्यादा बड़े या ज्यादा फॉन्ट यूज करने से आपका रिज्यूमे भद्दा दिख सकता है और इंप्रेशन भी खराब पड़ता है. 12 से 14 फॉन्ट साइज और टाइम्स न्यू रोमन फॉन्ट स्टैंडर्ड माना जाता है.
अगर आपको लगता है आप अपने रिज्यूमे में ज्यादा स्पेस देगें तो वह साफ और स्पष्ट लगेगा तो आप गलत है. ढ़ेर सारा वाइट स्पेस भी आपके रिज्यूमे का लुक खराब कर देता है. जहां जरूरी हो वही स्पेस का यूज करें.
रिज्यूमे में ग्रमेटिकल गलतियां अकसर देख जाती हैं जिससे रिक्रूटर के सामने आपका इंप्रेशन इंटरव्यू के पहले ही खराब हो जाता है. रिज्यूमे को बार-बार चेक करें और दूसरों से भी चेक करवा ले तभी कहीं भेजें. स्पेलिंग मिस्टेक से भी बचें।
अकसर ऐसा देखा जाता है कि कई लोग रिज्यूमे का वजन बढ़ाने के लिए उसमें ऐसी चीजें लिख डालते हैं जिसके बारे में उन्हें खुद भी नहीं पता होता. ऐसी चीजें लिखने से बचें क्योंकि अगर आपने जो लिखा है उसकी जानकारी नहीं है तो आप इंटरव्यू में शर्मिंदा हो सकते हैं.
एक आइडियल रिज्यूमे आपके फोटो के बिना अधूरा है. अगर आपने रिज्यूमे बनाते वक्त फोटो नहीं लगाई है तो इंटरव्यू में जाने से पहले एक पासपोर्ट साइज फोटो रिज्यूमे के अपर लेफ्ट में जरूर लगा दें.
कई बार हमें ऐसा लगता है कि अगर 3-4 पेज का रिज्यूमे बनाएंगे तो ज्यादा टैलेंटेड कहलाएंगे तो आप गलत हैं. कम शब्दों में अपनी बात कहने की कोशिश करें. ज्यादा लंबी रेज्यूमे कभी- कभार बोरिंग हो जाते हैं जिसे रिक्रूटर पूरा नहीं पढ़ता और ऐसे में जरूरी जानकारी भी मिस हो जाती है.
आप अपने रिज्यूम में ‘स्किल’ सेक्शन को अलग से भी बना सकते हैं ताकि आप अपने उन स्किल्स का विवरण यहां दे सकें जो आपने अपना कार्य अनुभव प्राप्त करते समय अर्जित किये हैं।