आईएफएस ऑफिसर - आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए विज्ञान स्ट्रीम में स्नातक पूरा करना होगा। जिसके बाद भारतीय वन सेवा-संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा की परीक्षा देनी होगी। आईएफएस ऑफिसर की प्रमुख जिम्मेदारी वनों, पर्यावरण और वन्यजीव मुद्दों का प्रबंधन करना है।
नाबार्ड ग्रेड अधिकारी - सरकारी कार्यालयों में नाबार्ड बी ग्रेड अधिकारियों को बहुत अच्छा पे स्केल मिलता है। नाबार्ड ग्रेड बी में चयनित होने के बाद उम्मीदवार को विकास सहायक के रूप में कार्य करना होता है। इस क्षेत्र में आने के लिए वे सभी उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी भी विषय स्नातक या स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी कर ली हो।
बायोकेमिस्ट - बायोकैमिस्ट्री विज्ञान का वह हिस्सा है जो मानवता को लाभ पहुंचाने के लिए जीवित प्राणियों के विज्ञान और विज्ञान की जांच का प्रबंधन करता है। बागवानी के क्षेत्र में, बायोकेमिस्ट तेजी से विकासशील व उच्च उपज देने वाले रासायनों का निर्माण करता है।
फूड साइंटिस्ट - प्रतिदिन हम बाजार से खरी कर कुछ न कुछ खाते रहते हैं, इन फूड पैक्टस के पीछे आहार डेटा छपा होता है, जिसके बारे में रिसर्च फूड साइंटिस्ट करते हैं। यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं बनना चाहते हैं जो लोगों की सेहत का ध्यान रखना चहता है, तो आप फूड साइंटिस्ट बन सकते हैं।
एग्रीकल्चर इकोनॉमिस्ट - अगर आप एग्रीकल्चर के साथ देश के विकास में भी योगदान देना चाहते हैं तो आप एक एग्रीकल्चर इकोनॉमिस्ट के तौर पर अपना करियर बना सकते हैं। एक एग्रीकल्चर इकोनॉमिस्ट आर्थिक निर्णयों को समझने के लिए सूक्ष्म आर्थिक और व्यापक आर्थिक अवधारणाओं और सिद्धांतों को लागू करते हैं।
एग्रीकल्चर इंजीनियर - इनका कार्य कंप्यूटर एडेड टेक्नोलॉजी का उपयोग करके नए उपकरणों और मशीनरी को डिजाइन करना व मौजूदा खेती के तरीकों में सुधार करना होता है। इसके अलावा ये लोगों को भूमि उपयोग पर सलाह देने के साथ फसलों और आसपास के पर्यावरण पर मौजूदा प्रक्रियाओं के प्रभाव का आकलन करने के लिए मौसम और जीपीएस से डेटा का भी उपयोग करते हैं।
एग्रीकल्चर ऑफिसर - सरकारी विभाग में एग्रीकल्चर ऑफिसर का पद सबसे प्रतिष्ठित और अच्छी सैलरी वाली मानी जाती है। एक एग्रीकल्चर ऑफिसर को यह सुनिश्चित करना होता है कि वह अपने कार्य क्षेत्र में केंद्र व राज्य सरकार की तरफ से दिए जाने वाले कार्य को समय पर पूरा करवाये। इसमें फसल पैदावार की रिपोर्ट तैयार करना, फसलों की जांच करना, नमूना लेना, बीमारियों की जांच करना आदि शामिल होता है।
एग्रीकल्चर लॉयर - एग्रीकल्चर लॉयर का कार्य एग्रीकल्चर से जुड़े विवादों को शांत करना होता है। चूंकि हमारे कानून में संपत्ति नियमों से संबंधित कई दिशानिर्देश हैं, कृषि कानूनी सलाहकारों को अतिरिक्त रूप से कृषि ढांचे, सुरक्षा और बौद्धिक संपदा से संबंधित मुद्दों का प्रबंधन करने की भी आवश्यकता होती है। वे ऐसे मामलों को भी संभालते हैं जिनमें श्रम कानून, पर्यावरण बीमा और उचित भूमि उपयोग शामिल हैं।