सबसे पहले एग्जाम पैटर्न को बारीकी से समझें - किसी भी एग्जाम को देने से पहले उसके पैटर्न को समझना बेहद ज़रूरी होता है। एग्जामिनेशन पैटर्न से आपको पेपर में पूछे जाने वाले प्रश्नों का पता चलता है।
ज्यादा सवालों की प्रैक्टिस करें - इन दो महीने में गणित अच्छा या वीक हो आप ज्यादा से ज्यादा सवालों की प्रैक्टिस करें। इससे सवालों के लेकर आपकी समझ और स्पीड बढ़ेगी।
सभी फॉर्मूला और थ्योरम रिवाइज करें - कॉन्सेप्ट क्लियर हो तो घुमा-फिराकर पूछे गए सवाल भी आसानी से हल हो जाते हैं। खासतौर पर फॉर्मूला और थ्योरी तो बेसिक है इसलिए इसमें कौताही न करें।
नए चीजें भी अभी पढ़ लें - अगर आपने कोई टॉपिक ऐसा है जो नहीं पढ़ा तो उसे भी पढ़ डालें। वरना एग्जाम से एक दिन पहले नए कॉन्सेप्ट्स की तैयारी करना खतरे से खाली नहीं है।
आंसर प्रेजेंट करना अभी से सीख लें - मैथ्स के पेपर की खास बात ये है कि आपको हर स्टेप के लिए नंबर दिए जाते हैं। इसलिए मैथ्स के पेपर में अच्छा स्कोर करने के लिए हर एक स्टेप को अच्छी तरह से लिखें।
इनकंप्लीट आंसर न लिखें - हर सवाल को अटेम्ट जरूर करें और इसे अधूरा न सॉल्व करें। अगर सवाल में प्रूव करने बोला गया है तो सिर्फ थ्योरी या रूल बताकर सवाल से पीछा न छुड़ाएं बल्कि इसे पूरा सॉल्व करें।
एग्जाम शुरू और खत्म होने के नियम - एग्जाम शुरू होने से पहले 15 मिनट तक अपने क्वेश्चन पेपर को अच्छी तरह से पढ़ें और एक प्लान बनाएं। आखिर के 15 मिनट में अपने पेपर को एक बार अच्छी तरह से पढ़ें।
परीक्षा से एक दिन पहले क्या करें - परीक्षा से एक दिन पहले देर रात तक पढ़ाई करने से बचें, सुबह को आंखों में नींद रहेगी। थके रहेंगे दिमाग ठीक से काम नहीं करेगा। एग्जाम से पहले हेल्दी डाइट ही लें।
ग्राफ बनाएं - ग्राफ और फिगर का उपयोग करने से आपको अधिक अंक प्राप्त करने में मदद मिल सकती है यदि आप उन्हें एकाग्रता और साफ-सफाई के साथ बनाते हैं।