बेसिक कॉन्सेप्ट्स पर मजबूत पकड़ रखें: गणित में मजबूत पकड़ बनाने के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी है की आपके बेसिक कॉन्सेप्ट्स क्लियर हों l जो छात्र गणित से जुड़ी मूल और बुनियादी बातें समझने में आलास करते हैं उन्हें गणित में हमेशा दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं l
सेल्फ स्टडी है सबसे ज़्यादा ज़रूरी: हो सकता है आपको स्कूल या कोचिंग में जो चैप्टर पढ़ाया गया हो वो अच्छी तरह समझ आ गया हो पर जब तक आप घर में आकर खुद से नहीं पढ़ेंगे तो आप कब उस चैप्टर को भूल जाएंगे आप खुद भी नहीं समझ पाएंगेl अगर आप जो चैप्टर स्कूल में पढ़ाया जाने वाला है उसे पहले से घर में पढ़ के जाते हैं तो यह सोने पे सुहागा होगा।
बिना प्रैक्टिस किए गणित नहीं सीखा जा सकता: अगर किसी के बेसिक कन्सेप्टस क्लियर हो गए है तो भी बिना प्रैक्टिस के गणित में महारत हासिल करना नामुमकिन है | ये ठीक उसी प्रकार है जैसे आप आपने आज दौड़ना सीखा और अगले पल आपसे की मैराथन में फर्स्ट आकर दिखाओ तो यह संभव नहीं l
पहाड़े (Table) याद रखना है ज़रूरी: गणित में महारत हासिल करने के लिए पहाड़े याद रखना बहुत ज़रूरी है l अगर आपको तेज़ी से गुणा करना हो तो 1 से 20 तक पहाड़ा आपको मुँह ज़ुबानी रटे होने चाहिए l गुणा, भाग यहाँ तक की जोड़ घटने में भी पहाड़े बहुत मददगार होते हैं I जितने ज़्यादा पहाड़े आपको याद होंगे उतना तेज़ी से बेसिक गुणा भाग कर पायेंगे l
बिना प्रैक्टिस किए गणित नहीं सीखा जा सकता: अगर किसी के बेसिक कन्सेप्टस क्लियर हो गए है तो भी बिना प्रैक्टिस के गणित में महारत हासिल करना नामुमकिन है | ये ठीक उसी प्रकार है जैसे आप आपने आज दौड़ना सीखा और अगले पल आपसे की मैराथन में फर्स्ट आकर दिखाओ तो यह संभव नहीं l
अपनी गणितीय शब्दकोश बनाएँ: अगर आप 9वीं और 10वीं या उससे ऊपर किसी क्लास में हैं तो आपको अक्सर बहुत से फॉर्मूले याद रखने की ज़रूरत पड़ती रहती होगी l बहुत बार ऐसा होता है की कई फॉमूले कुछ दिन न पड़े तो हम भूल जाते और फिर से हमे पूरी किताब खंगालनी पड़ती है l
क्रमबद्ध अध्धयन करे: गणित एक ऐसा सब्जेक्ट है जिसे अचानक कही से आप पढना शुरू करते है तो यह विषय जल्दी से समझ में नही आ सकता है गणित पढने की एक पूरी प्रक्रिया होती है जिसे फालो करके एक स्टेप से दुसरे स्टेप तक बढ़ते हुए गणित को सीखा जाता है।
निरंतर अभ्यास करना: गणित एक ऐसा विषय है जिसका जितना अधिक अभ्यास करते है यह उतना ही आसान लगता है गणित के किसी भी चैप्टर शुरू होने या खत्म होने के बाद कुछ अभ्यास के प्रश्न दिए होते है जिनका हल भी अक्सर बताया होता है।