एयरक्राफ्ट पायलट कॉमर्शियल पायलट (Commercial Pilot) होते हैं. यह एविएशन सेक्टर का सबसे आकर्षक पेशा है जिसमें बढ़िया सैलरी पैकेज मिलता है. फीजिक्स और मैथ्स के साथ 12वीं पास छात्र पायलट का कोर्स कर सकते हैं. कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार सरकारी और प्राइवेट एयरलाइंस में काम कर सकते हैं.
यात्रियों की आरामदायक और सुरक्षित यात्रा के लिए विमान में एयर-होस्टेस/ फ्लाइट स्टूअर्ड होते हैं. इनके प्रमुख काम हैं – यात्रियों को सुरक्षा निर्देश देना, रिफ्रेशमेंट और फूड परोसना, जरूरत पड़ने पर यात्री को प्राथमिक चिकित्सा देना. अगर आपको अतिथि सेवा (hospitality) पसंद है तो यह करियर आपके लिए सबसे अच्छा रहेगा.
ये एयरक्राफ्ट के रखरखाव और सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी उठाते हैं. उड़ान भरने से पहले विमान की गहन जांच करते हैं. विज्ञान के छात्रों के लिए यह एक बेहतरीन करियर विकल्प (Career after 12th science) है.
ग्राउंड स्टाफ एयरपोर्ट पर काम करते हैं. फ्लाइट इंस्ट्रक्टर, फ्लाइट डिस्पैचर और एविएशन डॉक्टर आदि ग्राउंड स्टाफ होते हैं. आमतौर पर सीनियर पायलट्स फ्लाइट इंस्ट्रक्टर्स होते हैं जो एयरलाइन में लाइन ड्यूटी से जुड़े काम करते हैं.
एयर फ्रेट मैनेजर (Air Freight Manager) भी कहते हैं. एयरलाइन कंपनी के गुड्स डिलीवरी डिपार्टमेंट में माल की लोडिंग, स्टोरेज और अनलोडिंग की देखरेख करना इनका काम है. 12वीं पास उम्मीदवार 6 से 9 माह तक के डिप्लोमा इन इंटरनेशनल एयर कार्गो मैनेजमेंट कोर्स कम्पलीट कर करियर की शुरुआत कर सकते हैं.
इनका काम पूरे एयर नेविगेशन सिस्टम को रेगुलेट करना होता है. ये पेशेवर एयरपोर्ट्स पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल, एविएशन सिक्योरिटी, फ्लाइट सेफ्टी और क्रू मैनेजमेंट जैसे काम देखते हैं. ये मौसम की स्थिति के अनुसार पायलटों को लैंड और टेकऑफ करने का निर्देश देते हैं.
12वीं पास उम्मीदवार न्यूनतम 6 माह से 9 माह तक की अवधि वाले डिप्लोमा इन एयर टिकटिंग एंड ट्रैवल मैनेजमेंट कोर्स कर करियर की शुरुआत कर सकते हैं. कोर्स के दौरान ट्रैवल एजेंसी बिजेनस, वर्ल्ड टाइम जोन, एयरपोर्ट व एयरलाइन कोड्स, पेमेंट मोड्स, फॉरेन करेंसी, पासपोर्ट व वीजा आदि की ट्रेनिंग दी जाती है.