किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप भविष्य में क्या काम करना चाहते हैं। जिस भी फील्ड में आप अपना करियर बनाना चाहते हैं। एक बार उससे संबंधित कोर्स का चुनाव करने के बाद ही कॉलेज में एडमिशन की प्रक्रिया का शुरू करें।
अपने कोर्स के बारे में सोच लेने के बाद यह जानना जरूरी है कि फील्ड में जॉब या करियर ऑप्शन क्या है। उस फील्ड में नौकरियां मिल रही है या नहीं अथवा आने वाले समय में उसका क्या स्कॉप रह सकता है।
भविष्य की संभावनाओं के आधार पर कोर्स का मूल्यांकन करना एक महत्वपूर्ण युक्ति है जो छात्रों को 12वीं के बाद सही कॉलेज या पाठ्यक्रम चुनने में मदद कर सकती है। छात्रों को यह समझना चाहिए कि इस डिजिटल दौर में आज की 65 प्रतिशत नौकरियां 10 साल बाद मौजूद नहीं रहेंगी।
सभी छात्र के पास अपनी ताकत और कमजोरियां होती हैं, जो सही करियर पथ चुनने का अभिन्न अंग हैं। एक गलत विकल्प छात्र के समय, धन और स्कूली शिक्षा में निवेश की गई वर्षों की कड़ी मेहनत को खत्म कर सकता है।
फील्ड और कोर्स का चुनाव करने के बाद आप कॉलेज ढूंढने की प्रोसेस शुरू करें। अपने कोर्स के अनुसार सरकारी कॉलेज और प्राइवेट कॉलेज की लिस्ट बनाएं। उन कॉलेज की फीस, प्लेसमेंट आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करें। कॉलेज चयन के वक्त हमेशा अपने स्थान को प्राथमिकता जरूर दें।
आप जिस भी कॉलेज में दाखिला लेने जा रहे हैं, उसकी सरकारी मान्यता के बारे में जरूर पता करें, क्योंकि जानकारी के अभाव में आपके साथ धोखा हो सकता है।
आज हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है। व्यावसायिक विषयों में सीमित प्रवेश संख्या होती है, प्रतिस्पर्धियों की संख्या ज्यादा है। आप में भले ही बहुत प्रतिभा या क्षमता हो, मेरिट हो, लेकिन मुमकिन है कि पसंद के कोर्स या कॉलेज में दाखिला न मिले।
आपको क्या बनना है, इसकी सोच आपको पहले से ही सुनिश्चित कर लेनी चाहिए। जब लक्ष्य सुनिश्चित होता है, तो आप सही दिशा में आगे बढ़कर प्रयास करते हैं, वहीं भ्रम आपको दिशाहीन कर देता है। इस समय देश में जिस तरह से नए-नए संस्थान खुल रहे हैं तथा वहां पढ़ने वालों की तादाद बढ़ रही है।