नाम से पता चल ही रहा है कि केमिकल इंजीनियरिंग के अंतर्गत अलग-अलग प्रकार के केमिकल्स यानी रसायनों और रासायनिक उत्पादों के बारे में पढ़ना होता है। Chemical products के बारे में रिसर्च से लेकर उनके प्रोडक्शन तक सब कुछ केमिकल इंजीनियरिंग के अंतर्गत ही आता है।
Chemical engineering
लगभग हर इंजीनियरिंग कॉलेज में या फिर इंजीनियरिंग के छात्रों से भी अपने सिविल इंजीनियरिंग के बारे में जरूर सुना होगा। यह इंजीनियरिंग के क्षेत्र में broadest और सबसे पुराने इंजीनियरिंग कोर्सेज में से है, आसान शब्दों में सिविल इंजीनियरिंग के अंतर्गत कंस्ट्रक्शन का काम आता है
Civil engineering
सिविल इंजीनियरिंग से भी पहले जिस इंजीनियरिंग कोर्स का नाम आता है, वह है मैकेनिकल इंजीनियरिंग। यह भी इंजीनियरिंग के सबसे broadest व्हाट्सएप से पुराने कोर्स में से एक है Mechanical engineering में आप मशीनों के बारे में पढ़ते हैं,
Mechanical engineering
Communication engineering असल में, electrical engineering और computer engineering का सम्मिलित रूप होता है, इंजीनियरिंग में यह भी एक अच्छा कोर्स है।
Communication engineering
Aeronautical का मतलब aircraft, missile, rocket, space station और spacecraft की designing, maintenance और testing से है। Aeronautical engineering इन्हीं सब चीजों के बारे में अध्ययन का होता है।
Aeronautical engineering
जिन विद्यार्थियों की रुचि vehicles से संबंधित इंजीनियरिंग में होती है वह ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कर सकते हैं। इसके अंतर्गत अलग-अलग प्रकार की vehicles जैसे बस, ट्रक, ट्रैक्टर, बाइक, कार इत्यादि का design और production किया जाता है
Automobile Engineering
सिरामिक materials में cement और ईट से लेकर ग्लासवेयर, फाइबर ऑप्टिक्स, स्पेस vehicles की कोटिंग, न्यूक्लियर फ्यूल के कॉम्पोनेंट्स, और पोलूशन कंट्रोल डिवाइस जैसी चीजों के पार्ट्स आते हैं
Ceramic engineering
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपने हार्डवेयर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर या सॉफ्टवेयर डेवलपर, सिस्टम डिजाइनर, नेटवर्क इंजीनियर जैसे प्रोफैशंस के बारे में सुना होगा, यह सब कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के अंतर्गत ही आते हैं।
Computer science engineering