यूनिट को नजरअंदाज न करें - न्यूमेरिकल या मैथ्स के कुछ सवालों का जवाब निर्धारित यूनिट में देना होता है। कई अभ्यर्थी इस पर ध्यान नहीं देते हैं कि किस यूनिट में सवाल का जवाब मांगा गया है। भले ही आपका हल सही हो लेकिन यूनिट गलत होने पर आपका नंबर कट सकता है।
हड़बड़ी न दिखाएं - कई अभ्यर्थी हड़बड़ी दिखाते हुए सवालों और उनके विकल्पों को गौर से नहीं पढ़ते हैं। पहले सवालों को अच्छी तरह समझिए, उसके बाद हल कीजिए।
'गलत' सवालों में उलझना - गलत का मतलब यहां यह नहीं है कि कोई सवाल गलत होगा बल्कि इसका मतलब आपका गलत चयन है। जो सवाल आपको आता है, पहले उसको हल करें।
जटिल सवालों को बाद में हल करें - आसान टाइप के सवालों को भी पहले प्राथमिकता दें। जो सवाल आपको नहीं आते हैं, वह और इसके अलावा जटिल टाइप के सवालों को बाद के लिए छोड़ दें। जब समय बचे तो इन सवालों पर फोकस करें।
सही किताबों चयन न करना - GATE की तैयारी के लिए किताबें खरीदने से पहले आपके लिए यह बेहतर होगा कि आप GATE या इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा (ESE) पास कर चुके उम्मीदवारों की सलाह जरूर ले लें।
साइंटिफिक कैलकुलेटर - वैसे साइंटिफिक कैलकुलेटर को हैंडल करना आसान है लेकिन सही तौर पर प्रैक्टिस नहीं करते हैं तो यह भी आपके लिए मुश्किल हो सकता है। इसलिए मॉक टेस्ट के दौरान इसको भी प्राथमिकता श्रेणी में रखें।
वर्चुअल कीबोर्ड के इस्तेमाल में सावधानी - वर्चुअल कीबोर्ड का इस्तेमाल करें तो डॉट (.), माइनस का निशान (-) और डैश (—) के इस्तेमाल पर ध्यान दें।