अग्पिथ योजना अब आधिकारिक रूप से लांच हो चुकी है। इस योजना के तहत चयनित अभ्यर्थियों को अग्निवीर के नाम से जाना जायेगा। यह भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना को लागू करने के पीछे सरकार की मंशा सशस्त्र सेनाओं में काम करने वाले लोगों की संख्या कम करके सैनिकों के वेतन के रूप में पड़ने वाले बोझ को कम करना है।
Agneepath Scheme के तहत रक्षा मंत्रालय हर साल 46000 जवानों की नियुक्ति करेगा तथा चयनित जवानों को पहले साल 30 हजार रूपये मासिक वेतन देगा। यह वेतन चौथे साल में बढ़ कर 40,000 रूपये हो जायेगा।
इस योजना के तहत कुछ अन्य लाभ भी इन अस्थायी सैनिकों को दिये जायेंगें। लेकिन चौथे वर्ष के बाद 75% अस्थायी जवानों की नौकरी समाप्त करके उन्हें घर भेज दिया जायेगा।
जिन जवानों को सेना से बाहर का रास्ता दिखा कर घर भेजा जायेगा, उन्हें सेवा अवधि पूरी होने पर 11.71 लाख रूपये का कर मुक्त सेवानिधि पैकेज भी दिया जायेगा। शेष 25% जवानों को सेना में स्थायी नियुक्ति प्रदान कर दी जायेगी।
अग्निवीर योजना वैसे तो भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिसका मकसद सेना में नई स्थायी नौकरियों पर रोक लगाकर वेतन पर पड़ने वाले खर्च को घटाना है। देश के नौजवानों को योजना से जुड़ी हुईं शर्तें समझ में आ गयी हैं, यही कारण है कि पूरे देश में योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं।
अग्निपथ योजना के तहत देश के 10वीं पास युवा Agniveer बन सकेंगें। योजना के तहत 17 साल 6 माह से लेकर 21 साल तक के युवा इस भर्ती योजना के लिये पात्र माने जायेंगें।
इस योजना के तहत युवाओं को सेना में 4 साल बतौर सैनिक काम करने का मौका मिल सकेगा।अग्निवीरों को स्थायी सैनिकों की तरह पदक तथा सम्मान आदि दिये जायेंगें।जिन जवानों को 4 साल बाद सेना से निकाल दिया जायेगा, उन्हें 11.71 लाख रूपये का Tax Free सेवानिधि पैकेज प्रदान किया जायेगा।
योजना के तहत भर्ती जवानों को पहले साल 30 हजार रूपये का मासिक वेतन प्राप्त होगा जो चौथे साल तक बढ़ कर 40 हजार रूपये मासिक हो जायेगा। सेना में काम करने के बाद 4 साल बाद युवा 12वीं के इम्तिहान में बैठ कर 12वीं कक्षा उत्तीर्णं कर सकेंगें।