अधिकतर प्रतियोगी परीक्षाओं में इंग्लिश एक महत्वपूर्ण पार्ट होता है. इंग्लिश लैंग्वेज के सेक्शन में शब्दकोश, ग्रामर, रिडिंग स्किल्स के प्रश्न आते हैएग्जाम में जो ज्यादातर प्रश्न आते वो कठिन नहीं होते बस थोड़े से ट्रिक्री होते हैं.
किस तरह से करें तैयारी: - इसके लिए सेंटेंस फॉर्मेशन और ज्यादा से ज्यादा इंग्लिश के शब्दों के अर्थ की आपको जानकारी होनी चाहिए. अधिकतर प्रश्न मुहावरे, कहावत, जंबल्ड वाक्य और पर्यायवाची शब्द और विलोम, कॉमन मिस्टेक, पैराग्राफ, वाक्य को सही करना के रूप में पूछे जाते हैं.
सिलेबस की ऐसे करें तैयारी - वोकेब्लरी सुधारें एग्जाम के लिए सिलेबस की तैयारी करने समय वोकेब्लरी पर विशेष ध्यान दें। इसमें सुधार करने के लिए आप डिक्शनरी के माध्यम से आप किसी शब्द के समानार्थी और विपरीतार्थी शब्दों को याद और पढ़ सकते हैं।
इंग्लिश ग्रामर को सुधारें - इंग्लिश के प्रश्नों को हल करने के लिए आपको ग्रामर के प्रयोग की सही समझ होनी चाहिए। इस प्रकार के प्रश्न सभी प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं में समान होते हैं और अधिकतर प्रश्न त्रुटि ढूँढने के प्रारूप में पूछे जाते हैं।
रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन स्किल्स में सुधार करें - इंग्लिश में आप कुछ दिन पढ़ने के बाद अपनी रीडिंग स्किल्स नहीं सुधार सकते, इसके लिए आपको हर दिन पढ़ने की आदत विकसित करनी होगी। जिससे रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन स्किल्स सुधार सके।
सेल्फ असेसमेंट - अपने द्वारा सेल्फ असेसमेंट करना आपको ये बता सकता है कि आप कितना सीख पाए हैं। ऐसे में अपनी स्थिती के बारे में सटीक आकलन के लिए सभी को मॉक टेस्ट देते रहने चाहिए और अपने आप में सुधार करना चाहिए।
स्पेलिंग मिस्टेक और सेंटेंस फॉर्मेशन - इंग्लिश सब्जेक्ट की तैयारी के लिए स्पेलिंग मिस्टेक यानी वर्तनी में गलतियां ढूंढने की प्रेक्टिस काफी काम आ सकती है।