वोकेशनल कोर्स में डिग्री हासिल करने के लिए आपका 12वीं पास होना जरूरी है. 12वीं की बोर्ड परीक्षा में स्टूडेंट के 40 से 50 पर्सेंट नंबर होने अनिवार्य हैं
कुछ सीमित वोकेशनल कोर्स ऐसे भी हैं, जिन्हें दसवीं बोर्ड परीक्षा के बाद किया जा सकता है . जिन स्टूडेंट्स के 10वीं में 50 प्रतिशत अंक आए हैं, वो इन कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं. वोकेशनल कोर्स जॉब ओरिएंटेड होते हैं. इसमें अधिकतर सर्टिफिकेट कोर्स कराए जाते हैं।
वेब डिजाइनिंग, फैशन डिजाइनिंग, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, डिजिटल मार्केटिंग, सिनेमेटोग्राफी, मल्टीमीडिया, कंप्यूटर एप्लीकेशन, मीडिया प्रोग्रामिंग, फूड टेक्नोलॉजी, बेकरी, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, म्यूजिक।
यह कोर्स ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता है. इसमें एडमिशन लेना चाहते हैं तो स्नातक स्तर पर 60% नंबर होने जरूरी हैं. इस स्तर पर दाखिला एंट्रेंस एग्जाम के जरिए लिया जाता है. पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स की समय सीमा दो साल होती है. यह कोर्स करने के बाद कैंडिडेट की शुरुआती सैलरी 20 से 25 हज़ार रुपए के बीच होती है।
वोकेशनल कोर्स करने के बाद व्यक्ति में विशेष तरह की स्किल का डेवलपमेंट होता है। कैंडिडेट की रोजगार पाने की योग्यता बढ़ जाती है. विशेष प्रकार की ट्रेनिंग के चलते नौकरी में वरीयता मिलती है। इन कोर्स के जरिए कैंडिडेट को लेटेस्ट ट्रेंड और मार्केट में चल रहे विभिन्न तरह के ट्रेड की जानकारी हो जाती है।
जेवियर कॉलेज, कोलकाता- इस कॉलेज की वार्षिक फीस करीब 30 हजार रुपए है. यहां से एनीमेशन, ग्राफ़िक्स, मल्टीमीडिया कोर्स में डिप्लोमा हासिल कर सकते हैं। जेवियर कॉलेज मुंबई, गोवा यूनिवर्सिटी, ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस कॉलेज से काउंसलिंग और साइकोलॉजी, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन जैसे क्षेत्रों में डिप्लोमा कर सकते हैं.
रायत बहरा विश्वविद्यालय सिनेमेटोग्राफी और फैशन टेक्नोलॉजी कोर्स के लिए बेस्ट है. यहां की फीस करीब 30 हजार से 1 लाख रुपये तक है।
डिजीटल मार्केटिंग। फैशन डिजाइन , एनिमेशन , फोटोग्राफी , फॉरेन लैग्वेज , ब्यूटीशियन कोर्स।