मेडिकल फील्ड में BAMS कोर्स का क्या महत्व है

क्या है बीएएमएस -  बीएएमएस कोर्स का फुल फॉर्म “बैचलर ऑफ आयुर्वदिक एंड मेडिसिन सर्जरी” है। यह आयुर्वदिक चिकित्सा क्षेत्र का बैचलर डिग्री कोर्स है। 

क्या है योग्यता -  बीएएमएस में दाखिला लेने के लिए 12वीं में कम से कम 50 परसेंट मार्क्स लाने अनिवार्य हैं। कैंडिडेट को 12वीं में फिजिक्स केमिस्ट्री बायोलॉजी विषय से पास होना जरूरी है। 

उम्र सीमा -  BAMS  course को करने के लिए छात्र की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए। अगर छात्र की उम्र 17 वर्ष से कम है तो वह BAMS course में दाखिला नहीं ले सकता है। 

बीएएमएस कोर्स के लिए स्टेप बाई स्टेप प्रोसेस -  

Step.1 -  सबसे पहले दसवीं कक्षा के बाद बायोलॉजी विषय से पढ़ाई करनी है आपको अपने 11वीं और 12वीं कक्षा में बहुत ज्यादा मेहनत करना होता है, ताकि आपके 12वीं कक्षा में अच्छे अंक आ सके। 

Step.2 -  12वीं कक्षा में 50% से अधिक अंक लाने के बाद आपको बीएएमएस कोर्स  के लिए प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) देनी होती है। 

Step.2 -  स्कूल की प्रवेश परीक्षा में आपसे 12वीं कक्षा के विषय से प्रश्न पूछे जाते है। इसके लिए आप बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स के तैयारी बहुत अच्छे से करें। 

इन सेक्टर्स में हो सकता है अप्वॉइंटमेंट -  एक बीएएमएस डॉक्टर्स का गवर्नमेंट हॉस्पिटल, प्राइवेट हॉस्पिटल, फार्मास्यूटिकल कंपनी व क्लिनिक में अप्वॉइंटमेंट हो सकता है। 

बीएएमएस डॉक्टर की सैलरी -  एक बीएएमएस डॉक्टर औसतन हर महीने 30000 से ₹55000 तक आराम से कमा सकता है फिर जैसे-जैसे क्षेत्र में आपका अनुभव बढ़ता है आपकी तनख्वाह से बढ़ती है। 

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