प्रोफेसर कैसे बने? जानिए योग्यता, स्किल्स

भारत में अहम हैं 3 प्रोफेसर जॉब्स-भारत में आम तौर पर 3 तरह के प्रोफेसर होते हैं (Professor Jobs In India)-,असिस्टेंट प्रोफेसर ,एसोसिएट प्रोफेसर,हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट

प्रोफेसर के लिए जरूरी एलिजिबिलिटी- प्रोफेसर बनने के लिए किसी भी स्ट्रीम से मास्टर डिग्री होना में 55% मार्क्स होना अनिवार्य है.इसके लिए नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NET) और स्टेट लेवल एलिजिबिलिटी टेस्ट (SLAT) देना होता है.

प्रोफेसर बनने के लिए जरूरी हैं ये स्किल्स- प्रोफेसर बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता के साथ ही इन स्किल्स का होना भी जरूरी है  – बड़े लोगों के सामने अपने विचारों को अभिव्यक्त करने की कला  – पढ़ाने के नए और क्रिएटिव तरीकों की समझ होना  – शिक्षण और प्रशासनिक कार्य के बीच में टाइम मैनेजमेंट करने की योग्यता  – अपने छात्रों की किसी भी समस्या को सॉल्व करने के लिए तैयार रहना.

इतनी होती है प्रोफेसर की सैलरी-प्रोफेसर के तौर पर जॉइनिंग होने के बाद शुरुआत में मासिक सैलरी 35 हजार से 80 हजार रुपये के बीच मिलती है। प्रोफेसर की सैलरी उनके अनुभव और इंडस्ट्री पर डिपेंड करती है.

प्रोफेसर के कर्तव्य और जिम्मेदारियां-प्रोफेसर लेक्चर, कोर्स करिकुलम तैयार करते हैं।नई टीचिंग टेक्निक्स पर रिसर्च करते हैं और उनसे छात्रों को परिचित कराते हैं।प्रोफेसर एग्जाम के लिए पैटर्न तैयार करते हैं।छात्रों को सुपरवाइज़ करते हैं।

प्रोफेसर बनने के लिए आयु सीमा -प्रोफेसर बनने के लिए हमारे देश में केवल योग्यता का होना आवश्यक है अतः प्रोफेसर के लिए किसी भी तरह की उम्र सीमा तय नहीं की गई है।

नेट की जिम्मेदारी NTA के पास-आपको बता दें कि अमूमन यह परीक्षाएं जून एवं दिसंबर में आयोजित की जाती हैं। पहले नेट परीक्षा कराने का जिम्मा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी (UGC) के पास था, लेकिन पिछले दो वर्षों से इस परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी एनटीए (NTA) यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को सौंप दी गई।

विशेषता: एक असिस्टेंट प्रो़फेसर (assistant professor) एसोसिएट प्रोफेसर (associate professor) के पद पर पदोन्नत होकर बाद में प्रोफेसर (professor) के पद तक पहुंचता है।

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