सिविल सर्विस परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम उम्र 21 वर्ष है अगर कोई इस परीक्षा में शामिल होना चाहता है तो उसे कम उम्र से ही इसकी तैयारी कर देनी चाहिए।
सामान्य वर्ग के आवेदक अधिकतम 32 वर्ष की उम्र तक 6 बार इस परीक्षा में हिस्सा ले सकता है। इसके लिए पढ़ाई के साथ कोचिंग ली जा सकती है।
रोज अखबार और मैगजीन जरूर पढ़ें इनसे आप करंट अफेयर्स को लेकर जागरुक रहेंगे। साथ ही किसी विषय की तैयारी करने में आपको ज्यादा रिसर्च की जरुरत नहीं पड़ेगी।
दसवीं के बाद उस विषय को चुनें जिसमें आपकी रूचि हो और जिसे आप सिविल सर्विस के दौरान चुन सकें। पसंद का विषय होने से आपको तैयारी में भी आसानी होगी।
अपने समय को मैनेज करें। अपना एक रूटीन बनाएं और उसी के हिसाब से तैयारी करें। अनावश्यक कामों में अपना समय बर्बाद न करें।
यूपीएसई की परीक्षा में कुल 25 विषयों में से अपना विषय चुनना होता है। विषय वही चुनें जिसमें पढ़ाई करना आपके लिए आसान हो।
सरकार की नीतियों को लागू करना और उनका पालन करवाना मुख्य रूप से आईएएस का काम होता है। भारत में नौकरशाही का टॉप पद कैबिनेट सचिव का होता है जो संसद के प्रति जवाबदेह होता है।
जिले में आईएएस जिला मजिस्ट्रेट, कलेक्टर या कमिश्नर हो सकता है। इसके अलावा पद बढ़ने पर कैबिनेट सेक्रेटरी, जॉइंट सेक्रेटरी, अंडर सेक्रेटरी , डिप्टी सेक्रेटरी आदि पद भी मिलते हैं।
आईएएस ऑफिसर को सरकार के विभिन्न विभागों, कंपनियों, बोर्ड आदि का प्रमुख भी बनाया जाता है जैसे सीबीएसई और बिहार बोर्ड के चेयरमैन आईएएस ऑफिसर हैं।