इंटरेस्ट, टैलेंट और रिसर्च वर्क - स्टूडेंट्स को सबसे पहले अपने एकेडेमिक/ प्रोफेशनल इंटरेस्ट और टैलेंट के मुताबिक ही किसी स्टडी या प्रोफेशनल/ टेक्निकल कोर्स का चयन करना चाहिए।
डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स का है अपना-अपना महत्त्व - यहां स्टूडेंट्स को अपने इंटरेस्ट के साथ-साथ अपनी जरूरत और हायर एजुकेशनल क्वालिफिकेशन्स के बारे में पहले खूब अच्छी तरह विचार करके ही अपने लिए कोई सूटेबल निर्णय लेना चाहिए।
प्रोफेशनल/ टेक्निकल या एकेडेमिक कोर्स में से चुनें अपने लिए सही विकल्प - स्टूडेंट्स अपनी जरूरत, प्राथमिकता तथा रूचि को ध्यान में रखकर विभिन्न प्रोफेशनल/ टेक्निकल या एकेडेमिक कोर्सेज में से अपने लिए मनचाहा कोर्स चुन सकते हैं।
कोर्स ड्यूरेशन का महत्त्व - अपने कोर्स ड्यूरेशन को पहले से ध्यान में रखने पर स्टूडेंट्स बहुत निपुणता से अपने स्टडी प्लान्स बना सकेंगे और करियर गोल्स निर्धारित कर सकेंगे।
चुनें मनचाही स्टडी स्ट्रीम - आपके एकेडेमिक कोर्स से आपकी करियर लाइन निर्धारित होती है, इसलिए अपने एकेडेमिक कोर्स और स्टडी स्ट्रीम से संबंधित सारी जानकारी जुटा कर ही आप अपने लिए कोई सूटेबल कॉलेज या यूनिवर्सिटी निर्धारित करें।
अपने करियर गोल का जरुर रखें ध्यान - अपने लिए कोई एकेडेमिक या प्रोफेशनल कोर्स चुनने से पहले भी स्टूडेंट्स अपने करियर गोल पर फोकस रखकर ही विभिन्न कॉलेजों में एडमिशन एप्लीकेशन फॉर्म भरें।
कॉलेज/ यूनिवर्सिटी फैकल्टी - सभी स्टूडेंट्स के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है कि वे कॉलेज या यूनिवर्सिटी की फैकल्टी और कोर्स के टीचिंग और लर्निंग स्टाइल के साथ-साथ स्टूडेंट्स एंड फैकल्टी रेश्यो के बारे में पता कर लें।
स्कॉलरशिप और कॉस्ट ऑफ़ स्टडी के बारे में जरुर करें पता - स्टूडेंट्स अपने मनचाहे प्रोफेशनल या एकेडेमिक कोर्स के लिए किसी भी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पूर्व उसकी स्कॉलरशिप पॉलिसी के बारे में जरुर पता कर लें।
एक्स्ट्रा करीकुलर एक्टिविटीज़ के कोर्सेज - स्टूडेंट्स को इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए कि अगले 3 – 4 वर्षों में अपनी कॉलेज स्टडीज़ के दौरान भी उन्हें कॉलेज या यूनिवर्सिटी में अपने एक्स्ट्रा करीकुलर स्किल्स को निखारने का पूरा मौका और माहौल जरुर मिले।
कॉलेज/ यूनिवर्सिटी रैंकिंग, एक्रीडिटेशन और रिकॉग्निशन - स्टूडेंट्स के लिए यह अच्छा रहता है कि, वे किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले अपने देश भारत में NIRF द्वारा जारी टॉप कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज़ की रैंकिंग जरुर चेक कर लें।
यूनिवर्सिटी कैंपस में उपलब्ध फैसिलिटीज़ - किसी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले ही वहां स्टूडेंट्स के लिए एजुकेशनल फैसिलिटीज़ जैसेकि लाइब्रेरी, साइंस लैब्स के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण फैसिलिटीज़ के बारे में पूरी जानकारी जरुर हासिल कर लें।
हॉस्टल फैसिलिटी - स्टूडेंट्स किसी भी एकेडेमिक या प्रोफेशनल कोर्स को चुनने से पहले विभिन्न कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज़ की हॉस्टल फैसिलिटी पर भी पूरा ध्यान दें।
इंटर्नशिप एंड प्लेसमेंट की सुविधा - स्टूडेंट्स अपने एडमिशन से पहले यह अवश्य जांच लें कि देश के बड़े ब्रांड्स में उनके भावी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से कितने स्टूडेंट्स को हर वर्ष प्लेसमेंट मिला है।