JEE Mains परीक्षा के अंतिम समय ‘मॉक टेस्ट’ जरूरी ! जानिए क्यों ?
परीक्षा के दबाव को दूर करता है - मॉक टेस्ट आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है। मॉक टेस्ट में असली परीक्षा की तरह ही निगेटिव मार्किंग किया जाता है, इससे आप समय पर पकड़ बनाने के साथ यह भी तय कर सकते हैं कि क्या लिखना है और क्या छोड़ना है।
पैटर्न की समझ के साथ तेजी से सीखना-मॉक टेस्ट आपको तेजी से सीखने और अवधारणाओं को बेहतर ढंग से अवशोषित करने में मदद करता है। गुणवत्ता वाले मॉक टेस्ट के अभ्यास से आपको परीक्षा पैटर्न को बेहतर तरीके से जानने में सहायता मिलती हैं।
सवालों की सही जनाकारी -परीक्षा की तैयारी के लिए सवालों के पैटर्न के बारे में पता होना बहुत जरूरी है। इससे सवालों, मार्क्स, हर सेक्शन, मार्किंग स्कीम की पूरी जानकारी मिलती है।
उच्च अंक प्राप्त करने के लिए -इस क्षमता को विकसित करने की आवश्यक है कि आप लंबी अवधि के लिए मॉक टेस्ट का अभ्यास करें और ध्यान रहे कि इसकी पूरी तैयारी करें।
गलतियों से सीखने का मौका -ये आपको वास्तविक परीक्षा देने के दौरान संभवतरू हो सकने वाली गलतियों का एहसास करने में भी सहायता करते हैं। प्रारंभ में आप अपनी गलतियों से सीख सकते हैं किन्तु वास्तविक परीक्षा में उन्हें दोहरा नहीं सकते हैं।
तैयारी का अनुमान -मॉक टेस्ट जैसे कि प्रश्न पत्र, सैंपल पेपर और ऑनलाइन टेस्ट सीरीज़ की मदद से स्टूडेंट्स अपनी तैयारी का पता लगा सकते है इससे उन्हें अनुमान हो जाता हैं की उन्हें परीक्षा में में सफलता पाने के लिए और कितनी तैयारी करनी होगी।
प्रश्न पत्र की सही जानकारी -स्टूडेंट्स को परीक्षा की तैयारी के लिए पेपर पैटर्न का होना बहुत आवश्यक हैं। इससे स्टूडेंट्स को प्रश्न, मार्क्स, हर सेक्शन में कितनें प्रश्न हैं और मार्किंग स्कीम क्या होती हैं की पूरी जानकारी मिल जाती है।
स्पीड बढ़ाने में फायदा -जो स्टूडेंट्स काफ़ी मात्रा में मॉक टेस्ट से तैयारी करते है उनकी पेपर सोल्व करने की स्पीड बढती हैं। वे कम से कम समय में ज़्यादा प्रशन सोल्व करना सीख जाते हैं जिससे वे अपना पूरा पेपर दिए गए समय में कर लेते हैं।